Gyan Prakash Dubey
झांसी मेडिकल कॉलेज में भीषण आग: 10 बच्चों की मौत, 16 घायल
👉 प्रथम दृष्टया आग लगने का कारण बिजली की शार्ट सर्किट और उसके बाद ऑक्सीजन सिलेंडर में ब्लास्ट होना बताया जा रहा है…
झांसी 16 नवंबर 24.
झांसी के महारानी लक्ष्मीबाई मेडिकल कॉलेज के नवजात गहन देखभाल इकाई (एनआईसीयू) में शुक्रवार रात एक दर्दनाक हादसा हुआ।
बच्चों के वार्ड में आग लगने से कम से कम 10 नवजातों की जान चली गई, जबकि 16 अन्य घायल हो गए। आग लगने का प्राथमिक कारण बिजली का शॉर्ट सर्किट बताया जा रहा है।
जिला अधिकारी अविनाश कुमार ने बताया कि आग रात करीब 10:45 बजे लगी, जिससे वार्ड में हड़कंप मच गया। एनआईसीयू के बाहरी हिस्से में भर्ती बच्चों को सुरक्षित बाहर निकाल लिया गया, जबकि आंतरिक हिस्से में भर्ती गंभीर मरीज आग की चपेट में आ गए। घटना के वक्त एनआईसीयू में 50 से अधिक बच्चे भर्ती थे।
वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक सुधा सिंह ने जानकारी दी कि घायल बच्चों का इलाज चल रहा है और उनकी जान बचाने के प्रयास किए जा रहे हैं। झांसी पुलिस और फायर ब्रिगेड ने राहत कार्यों में तेजी से कार्रवाई की। इस हृदयविदारक हादसे में महोबा जिले के एक दंपती ने अपने नवजात को खो दिया। गमगीन मां ने कहा, “मेरा बच्चा आग में जान गंवा चुका है।”
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने घटना का संज्ञान लेते हुए घायलों के उचित इलाज के निर्देश दिए हैं और 12 घंटे के भीतर विस्तृत जांच रिपोर्ट सौंपने का आदेश दिया है।
उपमुख्यमंत्री ब्रजेश पाठक और प्रमुख स्वास्थ्य सचिव घटनास्थल पर पहुंच गए हैं। झांसी से सांसद अनुराग शर्मा और सदर विधायक रवि शर्मा ने भी घटना पर गहरा दुख व्यक्त किया है।
मेडिकल कॉलेज से मिले दृश्यों में घबराए हुए तीमारदारों और मरीजों को भागते हुए देखा गया। इस दुखद घटना ने अस्पतालों में अग्नि सुरक्षा उपायों पर सवाल खड़े कर दिए हैं। प्रशासन की जांच रिपोर्ट से जिम्मेदारों पर कार्रवाई की उम्मीद है।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने की मुआवजे की घोषणा, अखिलेश यादव ने बढ़ाई मांग
झांसी मेडिकल कॉलेज के चिल्ड्रन वार्ड में हुए दर्दनाक हादसे के बाद मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने मृतक बच्चों के परिजनों को ₹5-5 लाख का मुआवजा देने की घोषणा की है। इसके साथ ही उन्होंने अधिकारियों को घायलों के इलाज में किसी भी प्रकार की कमी न रहने देने का निर्देश दिया है।
इस बीच, समाजवादी पार्टी के प्रमुख अखिलेश यादव ने राज्य सरकार से मृतक बच्चों के परिवारों को ₹1-1 करोड़ मुआवजे की मांग की है। उन्होंने इस हादसे को प्रशासनिक लापरवाही का परिणाम बताते हुए सरकार पर तीखा प्रहार किया है। अखिलेश यादव ने कहा कि यह घटना अस्पतालों में सुरक्षा उपायों की कमी को उजागर करती है और इसके लिए जिम्मेदार लोगों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई होनी चाहिए।
यह मुआवजे की घोषणा और मांग प्रभावित परिवारों के प्रति संवेदना व्यक्त करती है, लेकिन यह घटना स्वास्थ्य सेवाओं और सुरक्षा मानकों में सुधार की आवश्यकता को भी सामने लाती है।