Gyan Prakash Dubey
प्रेमी ने खेत में किया घिनौना काम; फिर धड़ से अलग कर दिया सिर
औरैया 19 नवंबर 24.
जिले में खेत में मिली युवती की सिर कटी लाश के मामले में चौंकाने वाला खुलासा हुआ है।
सोमवार को पुलिस ने मामले का खुलासा करते हुए प्रेमी को गिरफ्तार किया है। आरोपी ने प्रेमिका की हत्या की बात कबूल कर ली है।
जानकारी के अनुसार, बिधूना कोतवाली इलाके के दिबियापुर रोड किनारे भिखरा गांव के पास खेत में मिली युवती की सिर कटी लाश के मामले में सोमवार को पुलिस ने खुलासा कर दिया। युवती की हत्या 11 नवंबर को उसके प्रेमी ने गला दबाकर की थी।
यही नहीँ
युवती की जान न बच सके, इसलिए चाकू से उसकी गर्दन काटकर शरीर से अलग कर दी थी। पुलिस ने आरोपी को कोर्ट में पेश करके जेल भेज दिया।
पुलिस अधीक्षक अभिजित आर शंकर ने बताया कि कुदरकोट थाना क्षेत्र के गांव छोटा पथरिया निवासी अंजलि (25) की पिछले 10 वर्षों से अपने पड़ोसी अजय यादव के साथ प्रेम प्रसंग चल रहा था |
सहेली के प्रस्ताव पर 11 नवंबर को अंजलि अपने प्रेमी अजय यादव के साथ कानपुर में नौकरी के लिए इंटरव्यू देने गई थी। लौटते वक्त दोनों दिबियापुर स्टेशन पर उतरे। ऑटो के जरिये बिधूना के लिए निकलले। भिखरा गांव के सामने दोनों ऑटो से उतरे।
बाजरे के खेत में पहुंचे, जहां किसी बात को लेकर दोनों के बीच विवाद हुआ। दोनों के बीच मारपीट शुरू हो गई। गुस्से में आकर उसने अंजलि का गला दबा दिया। उसके बचने की संभावना को खत्म करने के लिए जेब में रखे चाकू से अंजलि का सिर काट दिया।
चाकू और अंजलि का मोबाइल छुपा दिया। हत्यारोपी पर दो मुकदमे पूर्व के पाए गए हैं। पुलिस के अनुसार हत्यारोपी एक शातिर अपराधी की मानसिकता वाला है।
बता दें कि पांच दिन से लापता युवती का सिर कटा शव शनिवार तड़के गांव भिखरा में बाजरा के खेत में पड़ा मिला था। धड़ से कुछ दूरी पर ही उसका सिर भी मिट्टी से दबा मिला था। सिर पर बाल नहीं थे। वहीं, धड़ के पास ही युवती का बैग, पानी की बोतल समेत सिर के कटे हुए बाल मिले थे।
सूचना पाकर पुलिस व फोरेंसिक टीम मौके पर पहुंची। परिजनों ने शव की शिनाख्त करते हुए उसकी सहेली पर अपहरण और हत्या का आरोप लगाया था।
शव की शिनाख्त कुदरकोट थाना क्षेत्र के गांव छोटा पथरिया निवासी अंजलि (25) पुत्री जयवीर सिंह के रूप में हुई थी। परिजनों के मुताबिक, अंजलि की सहेली दिबियापुर कस्बा के मोहल्ला ट्रांसपोर्ट गली निवासी दीक्षा पुत्री अरविंद उर्फ कल्लन ने कानपुर के रामा हास्पिटल में बेटी को नौकरी लगवाने की सलाह दी थी। इसके लिए 11 नवंबर की सुबह अंजलि ट्रेन से अपनी सहेली दीक्षा के साथ कानपुर गई थी। 12 नवंबर को अंजलि का फोन रिसीव न होने पर परिजनों ने खोजबीन शुरू की।
पुलिस से संपर्क करते हुए परिजन दिबियापुर में दीक्षा तक पहुंचे। पूछताछ में पहले दीक्षा ने कानपुर तक ही अंजलि से मुलाकात होने की बात कही। बाद में अंजलि के भिखरा समीप मिल जाने की बात कही। इस पर पुलिस 13 नवंबर को भिखरा पहुंची। काफी खोजबीन हुई। यहां तक खेतों में भी तलाश हुई, लेकिन कुछ पता नहीं चला। इसके बाद 15 नवंबर को अंजलि की मां सरिता देवी ने पुलिस को तहरीर दी। आरोप लगाया कि बेटी को नौकरी दिलाने का झांसा देकर दीक्षा ने अपहरण कर लिया। अनहोनी की आशंका भी जताई थी। पुलिस को बताया कि 11 नवंबर की सुबह बेटी ट्रेन से कानपुर सेंट्रल गई थी।