
बरेली: जिंदल ग्रुप के एथनॉल प्लांट में जोरदार धमाका, आग से मचा हड़कंप, दो मजदूर झुलसे
बरेली के बिशारतगंज थाना क्षेत्र में सोमवार सुबह उस वक्त हड़कंप मच गया जब आंवला-अलीगंज रोड स्थित जिंदल ग्रुप के नवनिर्मित एथनॉल प्लांट का बॉयलर तेज धमाके के साथ फट गया। धमाका इतना जबरदस्त था कि आसपास का इलाका दहल उठा और इस्माइलपुर गांव में घरों की दीवारें तक हिल गईं। हादसे के तुरंत बाद प्लांट में आग लग गई, जिससे अफरा-तफरी मच गई।
धमाके में बॉयलर की भारी-भरकम कैप हवा में उड़कर करीब 400 मीटर दूर गेहूं के खेत में जा गिरी, जिससे खेतों में काम कर रहे किसान भाग खड़े हुए। इस दौरान इस्माइलपुर निवासी किसान कुंभकरण घायल हो गए। वहीं, प्लांट के अंदर काम कर रहे दो मजदूर—अलीगंज के पांडी गांव निवासी आदेश और चंद्रेश—झुलस गए। दोनों को इलाज के लिए बरेली के एक निजी अस्पताल में भर्ती कराया गया है।
घटना की जानकारी मिलते ही आंवला और बरेली से दमकल विभाग की सात गाड़ियां मौके पर पहुंचीं। एनडीआरएफ और एसडीआरएफ की टीमें भी राहत-बचाव कार्य में जुट गईं। इफको और रेलवे स्टेशन रोड स्थित तेल डिपो की फायर यूनिट ने घंटों की मशक्कत के बाद आग पर काबू पाया। हादसे के बाद एथनॉल भंडारण टैंकों को लगातार पानी डालकर ठंडा किया गया ताकि गर्मी के चलते कोई और विस्फोट न हो।
बताया गया है कि जिंदल ग्रुप का यह एथनॉल प्लांट ‘एसएनजे बायो प्रोडक्ट्स’ के नाम से बनाया गया है और वर्तमान में ट्रायल पर चल रहा था। प्लांट प्रबंधक अमन तिवारी के अनुसार, हादसे के समय ब्लोइंग टेस्ट किया जा रहा था। हालांकि, कुछ मजदूरों का कहना है कि टेस्टिंग के समय कोई विशेषज्ञ मौजूद नहीं था, जिससे यह दुर्घटना हुई।
अग्निशमन विभाग द्वारा एनओसी संबंधित दस्तावेज मांगे गए हैं और कारणों की जांच जारी है। ठेकेदार ने जानकारी दी कि इस प्लांट में मक्का और चावल से एथनॉल तैयार किया जाता है, जो पेट्रोल में मिलाकर बेचा जाता है। प्लांट की दैनिक उत्पादन क्षमता करीब चार लाख लीटर बताई जा रही है।
फसलों को बचाने में मिली राहत
किसान कुंभकरण ने बताया कि बॉयलर की कैप खेत में गिरते समय आग नहीं लगी, वरना आसपास खड़ी गेहूं की पकी फसल को भारी नुकसान हो सकता था। उन्होंने बताया कि तेज धमाके से धरती कांप उठी और ऊपर से लोहे की विशालकाय चीज गिरती नजर आई, जिससे जान बचाकर भागना पड़ा।
यह हादसा न केवल प्लांट की सुरक्षा व्यवस्था पर सवाल खड़े करता है, बल्कि भविष्य में ऐसी घटनाओं से बचाव के लिए विशेषज्ञों की मौजूदगी और तमाम मानकों का पालन सुनिश्चित करने की आवश्यकता को भी उजागर करता है।
NGV PRAKASH NEWS
