तिलक समारोह में तड़तड़ाईं गोलियां,बुजुर्ग की हुई मौत,पूर्व ब्लॉक प्रमुख समेत तीन को लगी गोली
लखनऊ.
उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ के काकोरी क्षेत्र के तेज किशन खेड़ा गांव में शुक्रवार रात तिलक समारोह में गोलियां तड़तड़ाईं।
वर्चस्व और रंजिश में एक प्रॉपर्टी डीलर और उसके साथियों ने पूर्व ब्लॉक प्रमुख पर ताबड़तोड़ गोलियां बरसा दीं। पूर्व ब्लॉक प्रमुख समेत चार लोगों को गोलियां लगीं हैं,जिसमें उनके एक साथी की मौत हो गई। ब्लॉक प्रमुख की हालत गंभीर है। निजी अस्पताल में इलाज जारी है।अन्य दो की हालत खतरे से बाहर है।वारदात को अंजाम देने के बाद हमलावर भाग निकले।पुलिस की पांच टीमें हमलावरों की तलाश में लगाई गई हैं।
मिली जानकारी के अनुसार तेज किशन खेड़ा गांव में शुक्रवार को राम कुमार लोधी बेटे संदीप का तिलक समारोह था। तिलक समारोह में भारतीय जनता पार्टी के पूर्व ब्लाॅक प्रमुख राम विलास रावत भी पहुंचे थे।राम विलास रावत के साथ गांव के ही अनंत राम यादव उर्फ अमित,उनके भाई जयकरण यादव और अमित उर्फ छोटू भी पहुंचे थे। शुक्रवार रात लगभग साढ़े नौ बजे राम विलास तिलक समारोह स्थल से जैसे ही बाहर निकलने लगे तभी गांव के ही मोनू रावत, उसका भाई अखिलेश, रिंकू लोधी, बबलू लोधी, ज्ञानी लोधी और श्रीकृष्ण रावत आए और गाली गलौज करते हुए ताबड़तोड़ गोलियां बरसाने लगें। राम विलास, जयकरण, अनंत राम और छोटू को गोलियां लगीं। आनन-फानन में उनको अस्पताल पहुंचाया। जहां 60 वर्षीय अनंत राम की मौत हो गई।राम विलास की हालत गंभीर है।राम विलास के पेट और कमर में गोलियां लगी हैं।अनंत को भी दो गोलियां लगने की बात सामने आई है,जिसमें से एक गोली गर्दन में लगी हैं।मृतक अनंत राम के भाई जयकरण के सिर में बाएं तरफ गोली छूते हुए निकल गई।जयकरण बाल बाल बच गए। वहीं घायल छोटू के हाथ में गोली लगी है। प्राथमिक उपचार के बाद उनको अस्पताल से डिस्चार्ज कर दिया गया। मृतक अनंत के परिवार में उनकी पत्नी दयावती, तीन बेटे रंजीत, फूलचंद, रामबाबू और बेटी कोमल है।अनंत किसानी करते थे।
👉डीसीपी पश्चिम दुर्गेश कुमार ने बताया कि घटनास्थल से एक तमंचा बरामद हुआ है। कई खोखे व कारतूस बरामद हुए हैं। फोरेंसिक जांच भी कराई जा रही है। आरोपियों की तलाश जारी है।
बता दें कि पूर्व ब्लॉक प्रमुख राम विलास की पत्नी प्रधान रह चुकी है।पहले राम विलास और मोनू रावत साथ रहते थे।पंचायत चुनाव में मोनू ने दूसरे प्रत्याशी का समर्थन किया। पंचायत चुनाव के बाद से राम विलास और मोनू में दुश्मनी का बीज पनपने लगा था।कुछ समय पहले मोनू के भाई पर दुष्कर्म का एक केस दर्ज हुआ था।इसमें राम विलास पीड़ित पक्ष की पैरवी कर रहे थे,जिससे मोनू राम विलास से खुन्नस रखने लगा था। यही नहीं मोनू अपना वर्चस्व कायम करना चाहता है।यह सभी वजहें वारदात का कारण बनीं।मोनू रावत केंद्रीय राज्यमंत्री कौशल किशोर का पीए रहा है। पांच महीने पहले ही उसको हटाया गया था।