
Gyan Prakash Dubey
मेरठ: 6 डॉक्टरों पर मानव अंग तस्करी का आरोप, मरीज की बाईं किडनी गायब
मेरठ के केएमसी अस्पताल में 6 डॉक्टरों पर मानव अंग तस्करी का गंभीर मामला दर्ज किया गया है। बुलंदशहर के बुगरासी कस्बे की रहने वाली 43 वर्षीय कविता ने आरोप लगाया है कि 2017 में इलाज के दौरान उसकी बाईं किडनी चोरी कर ली गई।
मामले की शुरुआत
कविता ने बताया कि 20 मई 2017 को तबीयत खराब होने पर उसने मेरठ के बागपत रोड स्थित केएमसी अस्पताल में ऑपरेशन कराया। डॉक्टरों ने भरोसा दिलाया कि वह पूरी तरह ठीक हो जाएगी, लेकिन तबीयत में कोई सुधार नहीं हुआ। 2022 में जब उसने अपनी जांच कराई, तो पता चला कि उसकी बाईं किडनी गायब है।
पुलिस कार्रवाई और धमकियां
कविता ने कई बार अधिकारियों से शिकायत की, लेकिन कार्रवाई नहीं हुई। आरोप है कि डॉक्टरों ने उसे शिकायत वापस लेने के लिए धमकियां दीं। जब न्याय की उम्मीद खत्म हो गई, तो पीड़िता ने कोर्ट का सहारा लिया। कोर्ट के आदेश पर बुलंदशहर के थाना नरसेना पुलिस ने केएमसी अस्पताल के डॉक्टर सुनील गुप्ता, अजय एन वत्स, सीमा वार्ष्णेय, प्रतिभा गुप्ता, निकिता जग्गी और सतीश कुमार अरोरा समेत अन्य पर केस दर्ज कर लिया।
महिला की आर्थिक स्थिति और संघर्ष
पीड़िता ने बताया कि इलाज के खर्च के कारण उसके परिवार पर 10 लाख रुपए का कर्ज हो गया है। उसके पति मजदूरी करते हैं और जैसे-तैसे घर का खर्चा चलाते हैं।
आरोपियों पर धाराएं
डॉक्टरों और कर्मचारियों पर भारतीय दंड संहिता की धारा 120-बी, 326, 506 और मानव अंग प्रत्यारोपण अधिनियम 1994 की धारा 18 के तहत मुकदमा दर्ज हुआ है।
सवालों के घेरे में स्वास्थ्य तंत्र
इस घटना ने स्वास्थ्य तंत्र पर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं। कविता का कहना है कि उसने अपनी किडनी के लिए न्याय पाने के लिए वर्षों तक संघर्ष किया। यह मामला मानव अंग तस्करी से जुड़े खतरनाक पहलुओं को उजागर करता है।
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