Gyan Prakash Dubey
मेरठ सामूहिक हत्याकांड: कातिल नईम का अपराधी इतिहास उजागर, महाराष्ट्र और दिल्ली में भी की हत्याएं
मेरठ,
लिसाड़ीगेट के सुहेल गार्डन में हुए राजमिस्त्री मोईन और उनके परिवार के सामूहिक हत्याकांड ने नया मोड़ ले लिया है। जांच में खुलासा हुआ है कि मुख्य आरोपी नईम पहले भी महाराष्ट्र और दिल्ली में हत्याएं कर चुका है। नईम पर आरोप है कि वह हत्या के बाद अपनी पहचान और पत्नी बदलकर अलग-अलग जगहों पर छिपता रहा है।
नईम का आपराधिक इतिहास
नईम महाराष्ट्र के मुंब्रा इलाके में 2007 में प्रॉपर्टी विवाद में दो कारोबारियों, शादाब और असद, की हत्या कर चुका है। दोनों के शव उसने विवादित प्लॉट में दफना दिए थे। दिल्ली में 2005 में उसने अपने एक रिश्तेदार की हत्या की थी। इन दोनों वारदातों में उसका भाई तसलीम भी शामिल था।
हत्या के बाद नईम नाम बदलकर रहना शुरू कर देता था। महाराष्ट्र में वह “हुसैन” और दिल्ली में “गुड्डू” के नाम से पहचाना जाता था। उसने चार से पांच निकाह किए थे और तीनों राज्यों में उसकी पत्नियां और बच्चे रहते हैं।
मेरठ में सामूहिक हत्याकांड का खुलासा
9 जनवरी की रात नईम ने मोईनुद्दीन (52), उनकी पत्नी आसमा (45), और उनकी तीन बेटियों अफ्सा (8), अजीजा (4), और अदीबा (1) की पत्थर काटने वाली मशीन से गला काटकर निर्मम हत्या कर दी। पुलिस ने मृतकों के रिश्तेदारों और आस-पड़ोस से पूछताछ के बाद नईम को मुख्य आरोपी नामजद किया।
मोईनुद्दीन का परिवार डेढ़ महीने पहले ही सुहेल गार्डन में किराए के मकान में आया था और पास ही अपने मकान का निर्माण करवा रहा था। घटना के दिन उनके घर का मुख्य दरवाजा बाहर से ताला लगा हुआ था। मोईन के भाई ने ताला तोड़ा तो घर के अंदर सभी का शव मिला।
नईम की तलाश और इनाम की घोषणा
मेरठ पुलिस ने नईम पर पहले ₹25,000 का इनाम घोषित किया था, जिसे अब ₹50,000 तक बढ़ाने की तैयारी है। नईम के ठिकानों की तलाश में पुलिस की टीमें महाराष्ट्र, दिल्ली, उत्तराखंड और अजमेर में छापेमारी कर रही हैं।
परिवार भी शक के घेरे में
पुलिस जांच में पता चला है कि नईम के परिवार को उसकी हत्याओं के बारे में जानकारी थी, लेकिन वे अपराध से अर्जित धन लेते थे। नईम के दत्तक पुत्र सलमान पर भी हत्या में शामिल होने का शक है। सलमान पर ₹25,000 का इनाम घोषित किया गया है।
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