
सेठा में खूनी संघर्ष का वीडियो वायरल, कप्तानगंज पुलिस की निष्क्रियता पर उठे सवाल
कप्तानगंज (बस्ती): कप्तानगंज थाना क्षेत्र के ग्राम पंचायत पिलखांव के राजस्व गांव सेठा में होली के दिन पुरानी रंजिश और जमीनी विवाद को लेकर दो पक्षों के बीच जमकर मारपीट हुई। इस खूनी संघर्ष का वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है, जिसमें साफ तौर पर दिख रहा है कि कई लोगों को गंभीर चोटें आई हैं।
घटना की सूचना पर कप्तानगंज पुलिस मौके पर पहुंची और कुछ लोगों को हिरासत में लिया। हालांकि, सूत्रों के मुताबिक, पूछताछ के बाद पुलिस ने इन्हें थाने से छोड़ दिया, जिससे गांव में तनाव का माहौल बना हुआ है।
वैसे भी सुस्ती के मामले में कप्तानगंज पुलिस का कोई तोड़ नहीं है | पूर्व थाना प्रभारी दीपक दुबे ( जिन्हें एक सुसाइड केस मैं तत्कालीन पुलिस अधीक्षक गोपाल कृष्ण चौधरी ने डीआईजी दिनेश कुमार पी के निर्देश पर निलंबित कर दिया गया था बहरहाल सीओ संजय सिंह की कृपा से वह अपना बहाल हो गए हैं ) के समय से ही मामलों में लापरवाही का रिकॉर्ड चल रहा है, जिसको वर्तमान थाना प्रभारी उपेंद्र मिश्रा द्वारा बाखूभी निभाया जा रहा है
पुआल जलाने से शुरू हुआ विवाद, खूनी खेल में बदला
प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार, झगड़े की शुरुआत तब हुई जब एक पक्ष के लोगों ने दूसरे पक्ष के एक ग्रामीण का पुआल जला दिया। इसके बाद दोनों पक्षों के बीच कहासुनी बढ़ी और मामला खूनी संघर्ष में बदल गया। लाठी-डंडों और धारदार हथियारों से हुए इस हमले में कई लोग बुरी तरह घायल हो गए।
पुलिस की निष्क्रियता से दोबारा भड़की हिंसा
ग्रामीणों का आरोप है कि पुलिस की निष्क्रियता के कारण शाम को एक पक्ष के लोगों ने फिर से हमला किया। हथियारों से लैस होकर ये लोग दूसरे पक्ष के घरों पर चढ़ गए और मारपीट करने लगे। इस दौरान गांव में अफरा-तफरी मच गई।
सूचना मिलने पर पुलिस मौके पर पहुंची, लेकिन उन्होंने आरोपियों को पकड़ने के बजाय राह चलते लोगों की पिटाई कर दी। पुलिस ने आधा दर्जन से अधिक लोगों को हिरासत में लिया, लेकिन देर रात बिना किसी कार्रवाई के उन्हें छोड़ दिया गया।
बड़ी घटना की आशंका, अब तक नहीं हुई कार्रवाई
ग्रामीणों का कहना है कि यदि पुलिस ने जल्द कोई ठोस कार्रवाई नहीं की तो गांव में कभी भी कोई बड़ी घटना हो सकती है। इस मामले पर जब कप्तानगंज थानाध्यक्ष उपेंद्र मिश्र से बात की गई तो उन्होंने बताया कि अभी तक किसी भी पक्ष की ओर से मुकदमा दर्ज नहीं कराया गया है। हालांकि, आज दोनों पक्षों को शांति भंग के आरोप में चालान किया जाएगा।
पुलिस की इस लापरवाही और निष्क्रियता को लेकर ग्रामीणों में रोष व्याप्त है। अब देखना यह होगा कि प्रशासन इस मामले में क्या ठोस कदम उठाता है या फिर से कोई बड़ी अनहोनी का इंतजार किया जा रहा है?
NGV PRAKASH NEWS
