
भाई का शव दरवाजे पर पड़ा रहा, बहन ने नहीं खोला गेट – रिश्तों को शर्मसार करने वाला मामला
अजमेर, 16 मार्च 2025।
रिश्तों को झकझोर देने वाली घटना अजमेर के धोलाभाटा इलाके में सामने आई, जहां प्रॉपर्टी विवाद ने भाई-बहन के संबंधों को तार-तार कर दिया। अस्पताल में इलाज के दौरान भाई की मौत हो गई, लेकिन जब शव घर लाया गया तो बहन ने दरवाजा खोलने से इनकार कर दिया। मजबूरी में शव घंटों मकान के बाहर सड़क पर पड़ा रहा। मामला बढ़ने पर पुलिस की दखल से दरवाजा खुलवाया गया और अंतिम संस्कार की प्रक्रिया पूरी हुई।
दरवाजे के बाहर पड़ा रहा भाई का शव, बहन ने दिखाया कठोर रवैया
अलवर गेट थाना क्षेत्र के धोलाभाटा में रहने वाले 50 वर्षीय ओमप्रकाश नेपालिया की अस्पताल में इलाज के दौरान मौत हो गई थी। पोस्टमॉर्टम के बाद जब परिवार शव को घर लाया, तो मेन गेट पर ताला लगा हुआ था। अंदर ओमप्रकाश की बहन और उसका परिवार मौजूद था, लेकिन उन्होंने शव को घर में लाने से साफ इनकार कर दिया।
शव को सड़क पर देख भाई हेमंत कुमार ने पुलिस को सूचना दी और बहन के खिलाफ शिकायत दर्ज करवाई। पुलिस मौके पर पहुंची और समझाइश के बाद दरवाजा खुलवाया, तब जाकर शव को अंदर ले जाया गया।
मकान विवाद बना वजह, दरवाजा कूदकर घर जाता था मृतक भाई
ओमप्रकाश पेशे से पेंटर था और सालों पहले उसकी पत्नी से तलाक हो चुका था। पिता की मृत्यु के बाद बहन ने मकान पर कब्जे के लिए उसे लगातार प्रताड़ित किया। स्थिति यह थी कि बहन ने मेन गेट पर ताला लगा दिया था, जिससे ओमप्रकाश को दरवाजा कूदकर घर जाना पड़ता था। कई बार उसे बाहर ही रहना पड़ता था।
करीब 15 दिन पहले ओमप्रकाश गिरकर गंभीर रूप से घायल हो गया था और उसे अस्पताल में भर्ती कराया गया, जहां इलाज के दौरान उसकी मौत हो गई। मौत के बाद भी बहन की बेरुखी खत्म नहीं हुई और उसने दरवाजा खोलने से इंकार कर दिया।
रिश्तों की मर्यादा तार-तार
यह घटना पारिवारिक विवादों की भयावह तस्वीर पेश करती है, जहां प्रॉपर्टी के लिए भाई-बहन के रिश्ते इतने कटु हो गए कि बहन ने अपने ही भाई के मृत शरीर को घर में प्रवेश नहीं करने दिया। पुलिस की介入 से ही इस अमानवीय स्थिति का समाधान हो पाया और अंतिम संस्कार की प्रक्रिया आगे बढ़ सकी।
NGV PRAKASH NEWS
