सुहागरात पर टूटा पत्नी का भरोसा: जेठ ने किया हद को पार

सुहागरात पर टूटा भरोसा: पति निकला नपुंसक, फिर जेठ ने लांघी मर्यादा, महिला बोली– इंसाफ चाहिए, बदला नहीं

रावतपुर/कानपुर, 9 जुलाई 2025 | विशेष रिपोर्ट – NGV PRAKASH NEWS

जिस रात से हर नवविवाहित स्त्री को उम्मीद होती है नए जीवन, नए रिश्ते और नए सपनों की शुरुआत की — उसी सुहागरात ने एक महिला की दुनिया को उजाड़ कर रख दिया। यह मामला सिर्फ एक वैवाहिक विवाद नहीं है, यह उस भरोसे की चीर-फाड़ है जो ‘विवाह’ की नींव माना जाता है।

शादी, लेकिन बिना सच के
कानपुर की एक महिला, जिसकी शादी पिछले साल मार्च में बांगरमऊ (उन्नाव) निवासी युवक से हुई थी, ने आरोप लगाया है कि सुहागरात के ही दिन उसे अपने पति की ‘नपुंसकता’ का पता चला। यह उसके लिए एक ऐसा सच था जिससे वह न केवल चौंकी, बल्कि टूट गई।

जब उसने यह बात जेठानी को बताई तो उसे चुप रहने को कहा गया। बात को दबाने की कोशिश की गई, लेकिन मामला वहीं नहीं रुका।

मर्यादा की सीमा को पार करता ससुराल
पीड़िता का आरोप है कि जब उसने इलाज कराने की बात कही, तो पति, जेठ और जेठानी ने उससे अभद्रता की, गालियां दीं और मानसिक उत्पीड़न शुरू कर दिया। एक दिन जेठ ने उसके साथ छेड़खानी की और जब उसने विरोध किया, तो उसके गहने तक छीन लिए गए।

दहेज, धमकी और हत्या की कोशिश
महिला ने अपनी रिपोर्ट में यह भी बताया कि 9 मार्च को उसे जबरन घर से निकाल दिया गया। लेकिन मामला तब और गंभीर हो गया जब 30 जून को पति की तबीयत बिगड़ने की सूचना पर वह अपने परिजनों के साथ उसे देखने पहुंची, जहां जेठ और पति ने मिलकर उसका मुंह दबाकर जान से मारने की कोशिश की।

पुलिस जांच शुरू, पीड़िता को उम्मीद
रावतपुर थाना प्रभारी के.के. मिश्र ने बताया कि महिला की तहरीर पर मुकदमा दर्ज कर लिया गया है और मामले की जांच की जा रही है।

एक सवाल समाज से: क्या विवाह अब सिर्फ रस्म बन गया है?
यह मामला सिर्फ कानून का नहीं, बल्कि सामाजिक सोच का भी है। क्या शादी से पहले सच छिपाना अब सामान्य हो गया है? क्या स्त्री के ‘सपनों’ की कोई कीमत नहीं? क्या उसका आत्मसम्मान दहेज से कमतर है?

NGV PRAKASH NEWS

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