Gyan Prakash Dubey


बस्ती रोडवेज परिसर में यूरिनल की दुर्दशा: पाइपों से लगातार बह रहा पानी, टोटियां गायब — स्वच्छता व्यवस्था पर उठे सवाल
बस्ती, 11 अक्टूबर 2025।
बस्ती रोडवेज परिसर में यात्रियों की सुविधा के लिए बने यूरिनल (मूत्रालय) की स्थिति इन दिनों बेहद बदहाल हो गई है। परिसर में बने यूरिनल में लगातार पाइपों से पानी टपक रहा है, जिससे जगह-जगह गंदा पानी भर गया है। हैरानी की बात यह है कि किसी भी यूरिनल में टोटियां (नल) नहीं लगी हैं, जिसके कारण न केवल पानी की भारी बर्बादी हो रही है बल्कि परिसर की स्वच्छता व्यवस्था भी पूरी तरह चरमराई हुई है।
🚻 पानी की बर्बादी और बदबू से यात्रियों को परेशानी
यूरिनल में पाइपों से लगातार गिरते पानी के कारण फर्श पर कीचड़ और गंदगी फैल गई है। कई जगहों पर बदबू इतनी तीव्र है कि यात्रियों को वहां रुकना मुश्किल हो जाता है। रोडवेज बस स्टेशन पर रोजाना सैकड़ों यात्री आते-जाते हैं, लेकिन शौचालय और यूरिनल की दुर्दशा देखकर लोगों को मजबूरन खुले में या अन्यत्र जाने की स्थिति बन रही है।
स्थानीय यात्रियों ने बताया कि पिछले कई दिनों से यह समस्या बनी हुई है, लेकिन न तो रोडवेज प्रशासन और न ही सफाई व्यवस्था से जुड़े विभागों ने कोई ध्यान दिया है। पानी लगातार बहने से न केवल संसाधनों की बर्बादी हो रही है बल्कि परिसर के आसपास गंदगी और मच्छरों का जमाव भी बढ़ रहा है।
🧰 टोटियां न होने से मरम्मत व्यवस्था पर उठे सवाल
यूरिनल के सभी पाइप खुले पड़े हैं और कहीं भी कार्यशील नल नहीं लगा है। इससे साफ जाहिर होता है कि मरम्मत और रखरखाव के काम को गंभीरता से नहीं लिया गया। यात्रियों ने सवाल उठाया कि अगर पानी का प्रवाह बंद नहीं किया गया तो यह नगर निकाय और रोडवेज प्रशासन दोनों की लापरवाही मानी जाएगी।
🗣️ यात्रियों की नाराजगी
एक यात्री ने बताया, “यह जगह जिला मुख्यालय की रोडवेज है, जहां रोज हजारों लोग आते हैं। लेकिन यूरिनल की स्थिति देखकर शर्म आती है। न सफाई है, न टोटियां लगी हैं। बदबू के कारण अंदर जाना मुश्किल हो गया है।”
दूसरे यात्री ने कहा, “अगर कोई अधिकारी नियमित निरीक्षण करे तो यह स्थिति कभी न बने। लेकिन लगता है सफाई और रखरखाव पर कोई ध्यान नहीं है।”
🏢 प्रशासनिक जिम्मेदारी तय करने की मांग
यात्रियों और स्थानीय लोगों ने रोडवेज प्रशासन व नगर पालिका परिषद से मांग की है कि यूरिनल में तुरंत नल लगवाए जाएं, पाइपों से पानी का रिसाव रोका जाए और नियमित सफाई व्यवस्था सुनिश्चित की जाए। साथ ही जिम्मेदार ठेकेदारों और संबंधित कर्मचारियों की जवाबदेही तय कर कार्रवाई की जाए।
🌿 स्वच्छता मिशन के बीच गंदगी का गढ़
एक ओर जहां सरकार स्वच्छ भारत मिशन के तहत सार्वजनिक स्थलों पर स्वच्छता को लेकर बड़े-बड़े दावे करती है, वहीं बस्ती रोडवेज जैसे प्रमुख यात्री केंद्र पर इस तरह की स्थिति प्रशासनिक उदासीनता को उजागर करती है। अगर समय रहते सुधारात्मक कदम नहीं उठाए गए तो यह जगह संक्रमण और बीमारियों का केंद्र बन सकती है।
📌 स्रोत: NGV PRAKASH NEWS
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