
“बंटी-बबली स्टाइल में फरार, पर एक फेसबुक पोस्ट ने कर दिया बर्बाद!”
आगरा, 13 फरवरी 2025।
कहते हैं, अपराध कितना भी शातिराना क्यों न हो, एक न एक दिन सच सामने आ ही जाता है। कुछ ऐसा ही हुआ आगरा के ‘बंटी-बबली’ स्टाइल के इस दंपती के साथ, जो 10 साल से पुलिस को चकमा देकर दिल्ली में छुपे बैठे थे। लेकिन किस्मत ने ऐसा पलटा मारा कि बेटे की कामयाबी की खुशी में फेसबुक पर डाली गई एक पोस्ट उनकी गिरफ्तारी की वजह बन गई!
“विदेश में नौकरी का सपना दिखाकर ठगे लाखों, और फिर…”
गधापाड़ा, आगरा के रहने वाले विवेक रमन और उनकी पत्नी स्वपना रमन कभी बीपी इंस्टीट्यूट ऑफ टूरिज्म एंड होटल मैनेजमेंट नाम से संस्थान चलाते थे। होटल मैनेजमेंट के स्टूडेंट्स को विदेश में नौकरी का झांसा देकर वे उनसे मोटी रकम ऐंठते थे। ऊपर से एक बैंक से साठगांठ कर छात्रों के नाम पर लोन भी उठाते थे। 5 अगस्त 2015 को जब एक छात्र ने उनके खिलाफ थाना सिकंदरा में केस दर्ज कराया, तो पूरा खेल उजागर हो गया।
“आरोपी फरार, पुलिस के हाथ खाली!”
जब पुलिस इनके गधापाड़ा स्थित घर पहुंची, तो पता चला कि दोनों अपनी संपत्ति बेचकर फरार हो चुके हैं। फोन नंबर बदले, रिश्तेदारों से नाता तोड़ा, और पूरी तरह गायब हो गए। विवेक पर 6 केस और स्वपना पर 3 केस दर्ज हो चुके थे। पुलिस, SOG और सर्विलांस की टीम लगातार इनकी खोज में लगी थी, लेकिन कोई सुराग नहीं मिल रहा था।
“फेसबुक पोस्ट से मिला सुराग, हरिद्वार से गिरफ्तारी”
आखिरकार, भागते-भागते दोनों दिल्ली पहुंचे और फिर हरिद्वार में जाकर बस गए। यहां वे अपने दो बच्चों के साथ आराम से जिंदगी जी रहे थे। लेकिन कहते हैं न, अपराधी कितना भी चालाक हो, एक न एक गलती कर ही बैठता है। 10 साल बाद जब विवेक रमन ने अपने बेटे की कामयाबी पर एक फेसबुक पोस्ट डाली, तो सर्विलांस की नजरों से बच नहीं सका। पुलिस ने लोकेशन ट्रेस की और हरिद्वार के रानीखेत इलाके से दोनों को धर दबोचा।
अब विवेक और स्वपना, जो कभी खुद को कानून से ऊपर समझते थे, जेल की सलाखों के पीछे हैं। पुलिस ने इनकी गिरफ्तारी के साथ आगरा के इस बहुचर्चित धोखाधड़ी मामले का पर्दाफाश कर दिया है।
NGV PRAKASH NEWS
