
पति नें शक में पत्नी पर चाकू से बरपाया कहर
मध्य प्रदेश, शिवपुरी: प्यार और भरोसे के बंधन को दरिंदगी में बदल देने वाली एक दिल दहला देने वाली घटना सामने आई है। पोहरी कस्बे की भगवती कॉलोनी में छोटू खान नामक शख्स ने अपनी पत्नी शहनाज खान पर खौफनाक हमला कर इंसानियत को शर्मसार कर दिया। पत्नी के चरित्र पर शक की आग में जलते हुए आरोपी ने ऐसी बर्बरता दिखाई कि सुनकर रूह कांप जाए।
आंखें फोड़ने की कोशिश, शरीर पर बेरहम वार
बुधवार रात घर में हुए झगड़े के दौरान छोटू ने अपनी पत्नी शहनाज से उसका मोबाइल मांगा। जब उसने देने से इनकार किया, तो छोटू का गुस्सा भड़क उठा। उसने चाकू उठाया और वहशी दरिंदे की तरह शहनाज की आंखें फोड़ने की कोशिश की, जिससे उसकी पलकें कट गईं। इसके बाद आरोपी ने प्राइवेट पार्ट और शरीर के अन्य हिस्सों पर बेरहमी से वार किए, जिससे वह खून से लथपथ होकर जमीन पर गिर गई। दर्द से तड़पती शहनाज की चीखें सुनकर पड़ोसी घर के बाहर आ गए और पुलिस को सूचना दी, लेकिन तब तक आरोपी फरार हो चुका था।
खून से सनी शहनाज, अस्पताल में भर्ती
गंभीर रूप से घायल शहनाज को जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया, जहां डॉक्टरों ने बताया कि उसकी जान तो बच गई है, लेकिन शरीर पर गहरे जख्म हैं। डॉक्टर संजय राठौर के अनुसार, महिला की आंखों और प्राइवेट पार्ट पर चाकू से वार किए गए थे। आंखें बच गई हैं, लेकिन पलकों पर टांके लगाने पड़े हैं।
छोटू खान अब भी फरार, पुलिस तलाश में जुटी
घटना की सूचना मिलते ही पुलिस मौके पर पहुंची और शहनाज व उसके परिजनों के बयान दर्ज किए। थाना प्रभारी रजनी सिंह चौहान ने बताया कि छोटू खान के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया गया है और उसकी गिरफ्तारी के लिए लगातार दबिश दी जा रही है।
दरिंदगी का मकसद: तड़प-तड़पकर मौत देना
जांच में सामने आया है कि छोटू अपनी पत्नी को एक झटके में मारना नहीं चाहता था, बल्कि उसे तड़पा-तड़पा कर मौत देने की साजिश रच रहा था। यही कारण है कि उसने गर्दन या पेट पर वार करने की बजाय, शरीर के उन हिस्सों को निशाना बनाया, जहां चोटें गहरी हों, लेकिन जान जाने में वक्त लगे।
समाज के लिए खौफनाक संदेश
इस बर्बर घटना ने एक बार फिर समाज में बढ़ रही शक और वहशियत की मानसिकता को उजागर किया है। अगर किसी रिश्ते में विश्वास खत्म हो जाए, तो क्या उसका हल दरिंदगी ही है? यह सवाल समाज के हर व्यक्ति को झकझोर कर रख देता है।
पुलिस अब इस दरिंदे को जल्द पकड़ने की तैयारी में है। लेकिन क्या केवल गिरफ्तारी से ऐसी घटनाएं रुक जाएंगी? या हमें समाज में भरोसे और संवाद को मजबूत करने की दिशा में ठोस कदम उठाने होंगे? NGV PRAKASH NEWS
