
38000KM की रफ्तार से मौत की दस्तक! चीन ने स्पेस में उतारी ‘आर्मी’, धरती पर मंडरा रहा खतरा
NGV PRAKASH NEWS | 15 फरवरी 2025
धरती की तबाही को लेकर न जाने कितनी कहानियां सुनने को मिलती हैं, लेकिन इस बार कोई अफवाह नहीं, बल्कि साइंटिफिक फैक्ट है। अंतरिक्ष से Asteroid 2024 YR4 नाम का एक खतरनाक क्षुद्रग्रह तेजी से हमारी ओर बढ़ रहा है। साइंटिस्टों का कहना है कि अगर यह धरती से टकराया तो इसके असर से शहर जलकर राख हो सकते हैं।
2032 में आ सकता है कयामत का दिन!
यह एस्ट्रॉयड करीब 100 मीटर चौड़ा है और दिसंबर 2032 में धरती के बेहद करीब से गुजरेगा। विशेषज्ञों के अनुसार, 38000 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से आने वाला यह उल्कापिंड अगर टकराया, तो यह हिरोशिमा-नागासाकी पर गिराए गए परमाणु बमों से 500 गुना ज्यादा विनाशकारी साबित हो सकता है। इस टक्कर से 8 मिलियन टन TNT के बराबर ऊर्जा निकलेगी, जिससे करीब 50 किलोमीटर तक का इलाका जलकर खाक हो जाएगा।
कहां गिरेगा? क्या भारत भी खतरे में?
नासा के कैटालिना स्काई सर्वे प्रोजेक्ट के वैज्ञानिक डेविड रैंकिन और उनकी टीम ने संभावित टकराव की जगहों की पहचान की है। रिपोर्ट के मुताबिक, यह क्षुद्रग्रह उत्तर-दक्षिण अमेरिका, प्रशांत महासागर, दक्षिण एशिया, अरब सागर और अफ्रीका के बीच किसी जगह गिर सकता है। इस लिस्ट में भारत, पाकिस्तान, बांग्लादेश, इथियोपिया, सूडान, नाइजीरिया, वेनेजुएला, कोलंबिया और इक्वाडोर भी शामिल हैं। यानी भारत पर भी खतरा मंडरा रहा है!
चीन ने क्यों तैनात की स्पेस ‘आर्मी’?
चीन को इस खतरे की गंभीरता का एहसास हो चुका है। इसीलिए उसने स्पेस एक्सपर्ट्स की एक विशेष ‘आर्मी’ तैयार करनी शुरू कर दी है। यह टीम अंतरिक्ष में इस एस्ट्रॉयड की दिशा बदलने या इसे नष्ट करने की रणनीति पर काम कर रही है। इसके अलावा, चीन ने एक एस्ट्रॉयड वार्निंग नेटवर्क भी बनाया है, जो इस तरह की अंतरिक्षीय घटनाओं पर पल-पल की नजर रखता है।
क्या पहले भी धरती को टकराव से बचाया गया है?
इससे पहले 2029 में Apophis नामक एस्ट्रॉयड के धरती से टकराने की आशंका जताई गई थी, लेकिन बाद में इसकी दिशा में बदलाव आ गया और यह खतरा टल गया। हालांकि, वैज्ञानिकों ने अब भी इस पर कड़ी नजर रखी हुई है।
तो सवाल ये है कि क्या चीन की ये कोशिशें सफल होंगी? क्या अंतरिक्ष से आने वाली यह तबाही टल पाएगी? या फिर 2032 में धरती एक भयावह तबाही का सामना करेगी?
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