
भरतपुर: थाना प्रभारी पर दुष्कर्म और शादी का झांसा देकर मुकरने का आरोप, पीड़िता बोली— “झूठे केस में जेल भिजवाया”
भरतपुर, 03 अप्रैल 2025: राजस्थान के भरतपुर में एक सर्किल इंस्पेक्टर (CI) पर युवती से दुष्कर्म और फिर शादी का झांसा देकर मुकर जाने का गंभीर आरोप लगा है। पीड़िता की तहरीर पर कुम्हेर थाना के तत्कालीन थानाधिकारी महेंद्र सिंह राठी के खिलाफ केस दर्ज किया गया है। पीड़िता ने यह भी आरोप लगाया कि CI ने अपने पुलिस अधिकारी मित्र पवन चौबे के साथ मिलकर उसे और उसके परिवार को झूठे केस में फंसाकर जेल भिजवा दिया था। फिलहाल, पुलिस इस मामले की जांच में जुटी हुई है।
कैसे शुरू हुआ रिश्ता?
पीड़िता, जो कि अलवर के अरावली विहार की निवासी है, ने अपनी आपबीती साझा करते हुए बताया कि 2022 में कुम्हेर थाने में महेंद्र सिंह राठी की तैनाती थी। उस दौरान पीड़िता का पति से विवाद चल रहा था, जिस वजह से उसकी मुलाकात महेंद्र से हुई। उसने पीड़िता का मोबाइल नंबर लिया और उसे फोन करने लगा।
कोर्ट से लौटते वक्त किया अगवा, फिर सरकारी क्वार्टर में दुष्कर्म
महिला के अनुसार, एक दिन जब वह कोर्ट में तारीख पर गई थी, तो महेंद्र राठी उसे बाहर मिला। उसने भरोसा दिलाया कि वह उसे बस स्टैंड तक छोड़ देगा। पीड़िता उसकी गाड़ी में बैठ गई, लेकिन महेंद्र ने उसे बस स्टैंड की बजाय अपने सरकारी क्वार्टर की ओर ले जाना शुरू कर दिया।
जब पीड़िता ने विरोध किया तो महेंद्र ने कहा, “हम सिर्फ मेरे क्वार्टर तक जा रहे हैं, वहां पानी पीकर तुम्हें छोड़ दूंगा।” लेकिन क्वार्टर पहुंचने के बाद उसने जबरदस्ती उसके साथ दुष्कर्म किया। इसके बाद उसने प्यार का नाटक करते हुए कहा कि वह शादी करना चाहता है और पीड़िता को भरोसा दिलाने के लिए बरसाना के राधा रानी मंदिर में खून से उसकी मांग भरी।
सगाई का नाटक और शारीरिक शोषण
पीड़िता ने बताया कि जब उसने यह बात अपने परिवार को बताई, तो उसके भाई ने इस रिश्ते से इनकार कर दिया। इसके बाद महेंद्र ने घर आकर सगाई करने का नाटक किया, जिससे परिवार को यकीन हो जाए। लेकिन सगाई के बाद वह लगातार शारीरिक संबंध बनाता रहा।
एक बार जब पीड़िता ने शादी की बात की, तो उसने विरोध करते हुए पीड़िता और उसकी बहन को कमरे में बंद कर दिया और जबरदस्ती उसके साथ संबंध बनाए।
शादी से मुकरा, झूठे केस में फंसाकर भेजा जेल
पीड़िता के मुताबिक, 2024 में महेंद्र ने शादी से इनकार कर दिया। जब उसने इसका विरोध किया, तो महेंद्र ने उसे, उसकी बहन और भाई को झूठे केस में फंसाकर जेल भिजवा दिया। इस पूरे षड्यंत्र में महेंद्र के पुलिस अधिकारी मित्र, CI पवन चौबे ने भी उसका साथ दिया।
कई महीनों की कानूनी लड़ाई के बाद पीड़िता को बड़ी मुश्किल से जमानत मिली। अब वह चाहती है कि महेंद्र को उसके अपराध की कड़ी से कड़ी सजा मिले।
पुलिस कर रही जांच
भरतपुर पुलिस ने महेंद्र सिंह राठी और पवन चौबे के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया है और जांच जारी है। अधिकारियों का कहना है कि सबूतों के आधार पर आगे की कार्रवाई की जाएगी।
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