स्कूल में मासूम बच्ची के साथ दरिंदगी।बच्ची की आपबीती सुनकर परिजनों के उड़े होश
नोएडा 18 अक्टूबर 24.
नोएडा के एक नामी स्कूल में साढ़े तीन साल की मासूम बच्ची के साथ डिजिटल रेप किया गया |
क्लास टीचर इस घटना को छिपाने में लगा था, लेकिन पूरी वारदात का खुलासा हो गया है।
पुलिस ने इस मामले में क्लास टीचर समेत दो आरोपियों को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है।
पुलिस ने स्कूल में लगे सीसीटीवी कैमरे भी खंगाले हैं।
सूत्रों के अनुसार अभी इस मामले में और भी गिफ्तारी की जा सकती है |
प्राप्त समाचार के अनुसार
सेक्टर 20 थाना क्षेत्र के सेक्टर 27 स्थित नामी स्कूल में प्री प्राइमरी की करीब साढ़े तीन वर्षीय बच्ची से स्कूल स्टाफ ने पोर्न वीडियो दिखाकर कई बार दुष्कर्म किया था।
पुलिस को आरोपित के मोबाइल से महत्वपूर्ण वीडियो मिले हैं। उसके साइको होने की दिशा में भी जांच चल रही है।
वारदात के बाद से बच्ची बीमार हो गई व गुमसुम रहने लगी |
दो दिन से स्कूल जाने में हुआ आनाकानी करके नहीं जा रही थी। इस पर परिजन को अनहोनी की आशंका हुई।
उन्होंने बच्ची से प्यार प्यार से पूछा तो कई बार पूछने के बाद उसने बताया कि स्कूल में खाने की प्लेट देने वाले अंकल ने गंदी हरकत की है।
शरीर में कोई नुकीली चीज चुभाई है।
इसके बाद परिजन उसे चिकित्सक के पास ले गए। चिकित्सक ने बच्ची के प्राइवेट पार्ट के साथ छेड़छाड़ होने की जानकारी दी।
यह सुनकर परिजन हैरान रह गए। उन्होंने पुलिस से शिकायत की। पुलिस ने बच्ची से स्कूल स्टाफ की पहचान कराई।
आरोपी की पहचान मूल रूप निठारी, नोएडा के नित्यानंद सरकार के रूप में हुई। वह मूल रूप से बंगाल का रहने वाला है।
उसके खिलाफ 10 अक्टूबर को बीएन एस की सुसंगत धाराओं में मुकदमा दर्ज हुआ और उसे जेल भेज दिया गया।
मामले में विधि जानकारी का कहना है कि पाक्सो की धारा 5एम के मुताबिक, उसने पोर्न वीडियो दिखाकर बच्ची के साथ दुष्कर्म किया था। इससे मामला फास्ट ट्रैक पर जाएगा।
वहीं पुलिस का प्रयास रहेगा कि पैरवी कर आरोपित को फांसी या अंतिम सांस तक जेल में रहने की सजा दिलाई जाए।
स्कूल प्रबंधन ने दावा किया है कि स्कूल में सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम हैं। सीसीटीवी कैमरे में घटना से संबंधित कोई साक्ष्य नहीं मिला है। पुलिस की जांच में सहयोग किया जा रहा है। प्रबंधन पीड़ित परिजन के साथ है।
आरोपित को जेल भेजने से पहले साक्ष्य एकत्र करने पुलिस स्कूल गई थी। उसके बाद स्कूल नहीं गई। पुलिस का कहना है कि स्कूल के सीसीटीवी कैमरों से कोई साक्ष्य नहीं मिला है, लेकिन सूत्रों का कहना है कि पुलिस ने सभी कैमरों की फुटेज अपने कब्जे में ली है।
डीपी राम बदन सिंह ने बताया कि आरोपित बच्ची को खाने की प्लेट देता था। इससे साफ है कि उसकी बच्ची के पास ड्यूटी रहती थी।
वहीं लोगों का कहना है कि स्कूल प्रबंधन के खिलाफ भी कड़ी कार्यवाही होनी चाहिए |
समाचार स्रोत इंटरनेट