
सड़क दुर्घटनाओं के पीड़ितों को मिलेगा कैशलेस इलाज: नितिन गडकरी का बड़ा ऐलान
नई दिल्ली, 9 जनवरी 2025:
केंद्रीय सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी ने देशभर में सड़क दुर्घटना के पीड़ितों के लिए कैशलेस ट्रीटमेंट स्कीम शुरू करने की घोषणा की है। इस योजना का उद्देश्य दुर्घटना पीड़ितों को ‘गोल्डन आवर’ में त्वरित और प्रभावी चिकित्सा सहायता प्रदान करना है।
यह योजना पहली बार 14 मार्च 2024 को चंडीगढ़ में पायलट प्रोजेक्ट के रूप में शुरू की गई थी। इसके सफल परीक्षण के बाद इसे असम, पंजाब, हरियाणा और पुडुचेरी में लागू किया गया। अब इसे पूरे देश में विस्तार देने का निर्णय लिया गया है।
कैशलेस ट्रीटमेंट स्कीम के मुख्य बिंदु
- कैशलेस इलाज की सुविधा:
सड़क दुर्घटना के पीड़ितों को अस्पताल में भर्ती होने और इलाज के लिए 1.5 लाख रुपये तक की वित्तीय सहायता दी जाएगी। यह इलाज आयुष्मान भारत प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना (AB PM-JAY) के तहत रजिस्टर्ड अस्पतालों में सात दिनों तक मुफ्त में मिलेगा। - हिट एंड रन मामलों में मुआवजा:
हिट एंड रन मामलों में मौत होने पर पीड़ित के परिवार को ₹2 लाख का मुआवजा मिलेगा। घायल होने पर ₹50,000 का मुआवजा दिया जाएगा। - गोल्डन आवर का महत्व:
दुर्घटना के बाद का पहला घंटा, जिसे ‘गोल्डन आवर’ कहा जाता है, पीड़ित के जीवन बचाने के लिए अत्यंत महत्वपूर्ण है। इस योजना के तहत तेज और प्रभावी इलाज सुनिश्चित किया जाएगा। - सुरक्षा इंतजामों पर जोर:
स्कूल और कॉलेजों के पास एंट्री और एग्जिट व्यवस्था को बेहतर बनाने पर भी जोर दिया गया है। गडकरी ने बताया कि 2024 में ऐसी व्यवस्थाओं की कमी के कारण 10,000 बच्चों की मौत हुई।
दुर्घटनाओं की भयावह स्थिति
नितिन गडकरी ने बताया कि 2024 में देशभर में 1.80 लाख लोगों की सड़क दुर्घटनाओं में मौत हुई। इनमें से 30,000 लोग हेलमेट न पहनने के कारण मारे गए, जबकि 66% मृतक 18 से 34 साल के युवा थे।
योजना की कार्यप्रणाली
इस योजना को लागू करने के लिए राष्ट्रीय स्वास्थ्य प्राधिकरण (NHA), पुलिस, अस्पताल और राज्य स्वास्थ्य प्राधिकरण मिलकर काम करेंगे। इसके लिए एक आईटी प्लेटफॉर्म विकसित किया गया है, जो ई-डिटेल्ड एक्सीडेंट रिपोर्ट (eDAR) और NHA’s ट्रांजैक्शन मैनेजमेंट सिस्टम को जोड़ता है।
अन्य पहल
गुड सेमेरिटन स्कीम: सड़क दुर्घटनाओं में मदद करने वाले नागरिकों को प्रोत्साहित किया जाएगा।
सीसीटीवी कैमरों की स्थापना: ऑपरेशन त्रिनेत्र के तहत सड़क मार्गों पर सीसीटीवी कैमरों की संख्या बढ़ाने का निर्णय लिया गया है।
मेडिकल रिस्पॉन्स सिस्टम: मार्च 2025 तक बेहतर मेडिकल रिस्पॉन्स सिस्टम तैयार करने की योजना है।
नितिन गडकरी ने कहा कि इस योजना का उद्देश्य सड़क सुरक्षा में सुधार और दुर्घटनाओं में जान गंवाने वाले लोगों की संख्या को कम करना है। सरकार का यह कदम एक बड़ी सामाजिक पहल के रूप में देखा जा रहा है।
NGV PRAKASH NEWS
