
Gyan Prakash Dubey
गुजरात में शराबबंदी की धज्जियां: कार्यकारी मजिस्ट्रेट शराब के नशे में गिरफ्तार
बड़ोदरा 16 जनवरी 25.
गुजरात में शराबबंदी के बीच एक चौंकाने वाला मामला सामने आया है। वडोदरा जिले के पादरा तालुका के कार्यकारी मजिस्ट्रेट नरेश वनकर को शराब के नशे में गिरफ्तार किया गया। अकोटा पुलिस स्टेशन के अधिकारियों ने बताया कि यह घटना मंगलवार की रात हुई, जब वडोदरा सिटी कंट्रोल रूम को सूचना मिली कि एक कार गड्ढे में फंसी हुई है और ड्राइवर बेहोश है।
नशे में मिले कार्यकारी मजिस्ट्रेट
अकोटा पुलिस मौके पर पहुंची तो पाया कि कार का ड्राइवर पूरी तरह नशे में था। ड्राइवर की पहचान नरेश वनकर के रूप में हुई, जो पादरा तालुका के कार्यकारी मजिस्ट्रेट हैं। पुलिस इंस्पेक्टर वाईजी मकवाना ने बताया कि एनेलाइजर टेस्ट के बाद पुष्टि हुई कि वनकर ने शराब पी रखी थी। इसके बाद पुलिस ने उन्हें गिरफ्तार कर लिया।
कार से मिली शराब की खाली बोतल
पुलिस ने वनकर की कार से शराब की एक खाली बोतल भी बरामद की। जांच में पाया गया कि उन्होंने जेतलपुर रोड के पास गाड़ी खाई में उतार दी थी और उसे बाहर निकालने में नाकाम रहे। हालांकि, इस घटना में कोई हताहत नहीं हुआ।
आरोपी को मिली जमानत
गिरफ्तारी के बाद कानूनी प्रक्रिया के तहत नरेश वनकर को जमानत दे दी गई। यह घटना तब हुई है जब गुजरात के गृह राज्य मंत्री हर्ष संघवी राज्य में शराब और नशे के खिलाफ अभियान चला रहे हैं।
कलेक्टर ने किया निलंबित
इस मामले को गंभीरता से लेते हुए वडोदरा के कलेक्टर बीजल शाह ने कार्यकारी मजिस्ट्रेट नरेश वनकर को निलंबित कर दिया। कलेक्टर के आधिकारिक बयान के अनुसार, वनकर को लोक सेवक के अनुरूप आचरण न करने की वजह से सस्पेंड किया गया है।
शराबबंदी पर सवाल
गुजरात में शराबबंदी कानून लागू है, लेकिन इस घटना ने राज्य में इसकी सख्ती पर सवाल खड़े कर दिए हैं। एक सरकारी अधिकारी द्वारा शराब पीकर गाड़ी चलाने की घटना ने न केवल प्रशासन को शर्मिंदा किया है, बल्कि शराबबंदी अभियान को भी झटका दिया है।
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