
यौन शोषण के मामले में वारंटी डीएसपी ने किया सरेंडर, कोर्ट ने भेजा न्यायिक हिरासत में
भागलपुर, 12 फरवरी 2025। पांच साल पुराने यौन शोषण के मामले में आरोपी डीएसपी सोमेश कुमार मिश्रा ने मंगलवार को भागलपुर कोर्ट में सरेंडर कर दिया। कोर्ट ने सरेंडर के बाद उन्हें न्यायिक हिरासत में भेज दिया है। आरोपित डीएसपी गोड्डा जिले के निवासी हैं और वर्तमान में गया जिले में हेडक्वार्टर डीएसपी के रूप में तैनात हैं। यह मामला 20 मार्च 2020 को महिला थाना में दर्ज किया गया था।
गया पितृपक्ष मेले की ड्यूटी का दिया हवाला, कोर्ट ने माना अदालत की अवहेलना
डीएसपी की ओर से कोर्ट में दलील दी गई कि वे गया जिले में डीएसपी के रूप में कार्यरत हैं और पितृपक्ष मेले में ड्यूटी की वजह से सुनवाई में हाजिर नहीं हो सके थे। हालांकि, कोर्ट ने इस दलील को खारिज करते हुए इसे अदालत की अवहेलना और न्यायालय का समय बर्बाद करने की बात कही।
झारखंड से हुई थी गिरफ्तारी, प्रशिक्षु डीएसपी के रूप में थे तैनात
मामला 2020 का है, जब पीड़िता ने डीएसपी सोमेश मिश्रा पर यौन शोषण और ब्लैकमेलिंग का आरोप लगाते हुए भागलपुर महिला थाना में शिकायत दर्ज कराई थी। तत्कालीन एएसपी सिटी पूरन कुमार झा के निर्देश पर महिला थाना प्रभारी रीता कुमारी के नेतृत्व में भागलपुर पुलिस ने उन्हें झारखंड के साहिबगंज स्थित रेलवे क्वार्टर से गिरफ्तार किया था। उस समय सोमेश मिश्रा प्रशिक्षु डीएसपी के पद पर कार्यरत थे।
बेल बांड रद्द, कोर्ट में अनुपस्थित रहने पर जारी हुआ वारंट
गिरफ्तारी के बाद कुछ समय जेल में रहने के बाद डीएसपी को जमानत मिल गई थी। लेकिन सुनवाई के दौरान वे बार-बार कोर्ट में अनुपस्थित रहे। इस पर कोर्ट ने 30 जुलाई 2024 को उनके बेल बांड को रद्द कर उनके खिलाफ वारंट जारी कर दिया था।
पीड़िता ने लगाए थे गंभीर आरोप
पीड़िता ने डीएसपी सोमेश मिश्रा पर आरोप लगाया था कि वह उसे दिल्ली बुलाकर यौन शोषण करता था। उसने कई अश्लील वीडियो बनाए और ब्लैकमेल किया। बाद में पीड़िता ने शादी कर ली, लेकिन शादी के बाद भी सोमेश मिश्रा उसके घर पहुंचकर उसे धमकाने लगा। इस पर पीड़िता ने तत्कालीन सीनियर एसपी आशीष भारती से शिकायत की, जिसके बाद मामला दर्ज किया गया और आरोपी की गिरफ्तारी का आदेश दिया गया।
चार्जशीट दाखिल होने के बाद हुआ निलंबन
जांच में आरोप सही पाए जाने के बाद पुलिस मुख्यालय ने प्रशिक्षु डीएसपी सोमेश मिश्रा को निलंबित कर दिया था। अब, कोर्ट में सरेंडर करने के बाद उन्हें न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया है।
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