
दौसा: होली से पहले छात्र की हत्या, शव रखकर परिजनों ने किया हाईवे जाम
दौसा, राजस्थान – 13 मार्च 2025
राजस्थान के दौसा जिले के रामगढ़ पचवारा थाना क्षेत्र के रालावास गांव में होली से एक दिन पहले एक सनसनीखेज वारदात हुई। गुलाल लगाने से मना करने पर हंसराज (25) पुत्र कजोड़मल की गला दबाकर हत्या कर दी गई। इस घटना से गुस्साए परिजनों ने लालसोट जिला अस्पताल से जबरन शव उठाकर एनएच-148 पर रख दिया, जिससे करीब 8 घंटे तक हाईवे जाम रहा। देर रात प्रशासन और परिजनों के बीच सहमति बनने के बाद शव को हटाया गया।
कैसे हुआ विवाद?
गुरुवार को सामने आए सीसीटीवी फुटेज में रालावास गांव के सरकारी स्कूल परिसर में संचालित लाइब्रेरी में पढ़ाई कर रहे छात्रों के बीच झगड़ा होता दिखा। वीडियो में नजर आया कि हंसराज कुर्सी को टेढ़ा करके पढ़ रहा था, तभी एक अन्य छात्र कुर्सी को छूते हुए वहां से गुजरा। इस छोटी-सी बात पर कहासुनी हुई, जो मारपीट में बदल गई। तीन छात्रों ने हंसराज से जमकर मारपीट की। इसी दौरान कुछ महिला व छात्र गुलाल लगाने को लेकर बहस करते नजर आए, जिससे यह माना जा रहा है कि विवाद की असली वजह गुलाल लगाने को लेकर हुआ झगड़ा था।
पुलिस जांच और कार्रवाई
घटना के बाद परिजन घायल हंसराज को लालसोट जिला अस्पताल लेकर पहुंचे, जहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया। इसके बाद परिजनों ने अस्पताल से शव जबरन उठाकर गांव ले गए और हाईवे पर रखकर प्रदर्शन शुरू कर दिया।
घटना की जानकारी मिलते ही अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक दिनेश अग्रवाल और डिप्टी एसपी दिलीप मीना मौके पर पहुंचे। उन्होंने लाइब्रेरी में लगे सीसीटीवी फुटेज को देखा, जिसमें अशोक, कालू और बबलू नामक युवक हंसराज से मारपीट करते दिखे। पुलिस ने बताया कि आरोपियों की गिरफ्तारी के लिए टीमों को रवाना कर दिया गया है और जल्द ही उन्हें गिरफ्तार कर लिया जाएगा।
शव उठाने को लेकर हुआ हंगामा
जब लालसोट जिला अस्पताल में हंसराज को मृत घोषित किया गया, तो थानाधिकारी श्रीकिशन मीना कुछ पुलिसकर्मियों के साथ वहां पहुंचे। इसी दौरान कुछ लोग इमरजेंसी वार्ड में घुसकर शव को उठाकर बाहर ले गए। जब पुलिस ने रोकने की कोशिश की, तो दो युवक शव को बाइक पर रखकर गांव की ओर रवाना हो गए।
इसके बाद परिजन और ग्रामीण लाइब्रेरी के सामने हाईवे पर शव रखकर बैठ गए। उनकी मांग थी कि जब तक आरोपियों की गिरफ्तारी नहीं होगी, तब तक शव नहीं उठाया जाएगा। हाईवे जाम होने से लंबी वाहनों की कतारें लग गईं। अंततः देर रात 1 बजे प्रशासन और परिजनों के बीच सहमति बनी, जिसके बाद शव को वहां से हटाया गया।
इस घटना से मृतक के परिजनों का रो-रोकर बुरा हाल है, वहीं पूरे गांव में तनाव का माहौल बना हुआ है।
NGV PRAKASH NEWS

