
Gyan Prakash Dubey
बस्ती 25 मार्च 25.
उत्तर प्रदेश: नए भारत के नए मॉडल की ओर अग्रसर
उत्तर प्रदेश देश में लगातार तरक्की के नए आयाम बना रहा है, स्वास्थ्य,,शिक्षा, सबका साथ सबका विकास के मॉडल को अपनाते हुए उत्तर प्रदेश आज देश के सर्वाधिक तेजी से विकास करने वाले राज्यों में शामिल है |
उक्त बातें प्रदेश के कैबिनेट मंत्री तथा बस्ती जिले के प्रभारी मंत्री आशीष पटेल ने एक प्रेस वार्ता के दौरान कही |
उन्होंने योगी सरकार के कार्यकाल के 8 वर्ष पूरा होने पर सरकार की उपलब्धियां कोबताते हुए कहा कि..
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के विजन और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के मिशन के तहत 2017 से उत्तर प्रदेश में डबल इंजन सरकार की यात्रा शुरू हुई। इस यात्रा ने सुरक्षा, सुशासन और विकास को प्राथमिकता देते हुए प्रदेश को राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय मंचों पर एक मॉडल राज्य के रूप में प्रस्तुत किया।
गरीब कल्याण: जनकल्याणकारी योजनाओं का प्रभाव
सरकार ने ‘वंचित को वरीयता’ के मूलमंत्र को अपनाते हुए 6 करोड़ से अधिक लोगों को गरीबी रेखा से ऊपर उठाया। 15 करोड़ लोगों को मुफ्त राशन, 1.86 करोड़ परिवारों को मुफ्त गैस कनेक्शन, और 9 करोड़ लाभार्थियों को ₹5 लाख तक का स्वास्थ्य सुरक्षा कवच प्रदान किया गया। वृद्धावस्था, निराश्रित महिलाओं और दिव्यांगजन की पेंशन बढ़ाकर ₹1000 कर दी गई, जिससे गरीबों को राहत मिली।
कृषि क्षेत्र में क्रांतिकारी बदलाव
उत्तर प्रदेश में कृषि क्षेत्र को मजबूती देने के लिए प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि, फसल बीमा योजना और सिंचाई योजनाओं को व्यापक स्तर पर लागू किया गया। कृषि विकास दर 2016-17 में 5.1% थी, जो 2023-24 में 13.7% तक पहुंच गई। प्रदेश की जीडीपी में कृषि का योगदान 28% हो गया है। गन्ना किसानों को ₹2.80 लाख करोड़ का भुगतान किया गया, जिससे गन्ना उत्पादन और किसानों की स्थिति में सुधार हुआ।
कानून व्यवस्था: यूपी में ‘नो कर्फ्यू, नो दंगा’
उत्तर प्रदेश में अपराधियों के खिलाफ जीरो टॉलरेंस नीति अपनाई गई। एनसीआरबी के आंकड़ों के अनुसार, 2016 की तुलना में डकैती में 84.41%, लूट में 77.43%, हत्या में 41.01% और बलात्कार की घटनाओं में 26.15% की कमी आई। पुलिस सुधारों के तहत कमिश्नरेट प्रणाली लागू की गई, साइबर सेल को जिला स्तर से थाने स्तर तक विस्तारित किया गया और फोरेंसिक संस्थान स्थापित किए गए।
बुनियादी ढांचे में ऐतिहासिक विकास
प्रदेश में सड़क और हवाई संपर्क को मजबूत करने के लिए 2017 तक 491 किमी एक्सप्रेसवे थे, जो अब बढ़कर 1225 किमी हो गए हैं। गंगा एक्सप्रेसवे के निर्माण के बाद यूपी के पास देश के कुल एक्सप्रेसवे का 55% हिस्सा होगा। प्रदेश में 16 हवाई अड्डे संचालित हैं, जिनमें से 5 अंतरराष्ट्रीय स्तर के हैं।
रोजगार और औद्योगिक विकास में तेजी
2016 में उत्तर प्रदेश की बेरोजगारी दर 18% थी, जो अब घटकर 3% रह गई है। सरकारी नौकरियों में 8.5 लाख युवाओं को रोजगार दिया गया, जबकि 1.65 करोड़ लोगों को एमएसएमई क्षेत्र में रोजगार मिला। ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट 2023 के तहत ₹40 लाख करोड़ के निवेश प्रस्ताव प्राप्त हुए, जिससे 1.10 करोड़ से अधिक युवाओं को रोजगार मिलेगा।
स्वास्थ्य और शिक्षा में सुधार
स्वास्थ्य क्षेत्र में एईएस और जेई जैसी बीमारियों से होने वाली मौतों में 85-99% तक की कमी आई है। 2017 में केवल 44 सरकारी मेडिकल कॉलेज थे, जो अब बढ़कर 80 हो गए हैं। आयुष्मान भारत योजना के तहत 1.80 करोड़ परिवारों को मुफ्त इलाज की सुविधा दी गई।
धार्मिक और सांस्कृतिक पुनर्जागरण
प्रदेश में अयोध्या, काशी और मथुरा के विकास को प्राथमिकता दी गई। काशी विश्वनाथ कॉरिडोर, अयोध्या दीपोत्सव और ब्रज तीर्थ विकास जैसी योजनाओं ने यूपी को धार्मिक पर्यटन का केंद्र बना दिया। 2024 में अयोध्या में दीपोत्सव कार्यक्रम ने 25.12 लाख दीयों के साथ गिनीज वर्ल्ड रिकॉर्ड बनाया।
महाकुंभ 2025: आस्था और अर्थव्यवस्था का संगम
महाकुंभ 2025 से प्रदेश को ₹3.5 लाख करोड़ का आर्थिक लाभ होने का अनुमान है। प्रयागराज और आसपास के जिलों को इससे प्रत्यक्ष और अप्रत्यक्ष रूप से आर्थिक मजबूती मिलेगी।
राजस्व और आर्थिक वृद्धि में ऐतिहासिक उछाल
प्रदेश की जीडीपी 2017 में ₹12.75 लाख करोड़ थी, जो 2024-25 में ₹27.51 लाख करोड़ तक पहुंचने की उम्मीद है। उत्तर प्रदेश की प्रति व्यक्ति आय भी दोगुनी से अधिक हो गई है। सरकार ने बिना कोई नया टैक्स लगाए प्रदेश को राजस्व अधिशेष राज्य बना दिया है।
👉 किसके साथ होना बस्ती के के विकास की बात करते हुए कहा बस्ती में आज मेडिकल कॉलेज है, इंजीनियरिंग कॉलेज बन चुका है, बस्ती के लोगों को आवा गमन में कोई परेशानी ना हो इसलिए सड़कों का जाल बन रहा है, जल्द ही बस्ती जिले को भी एक एक्सप्रेसवे से जोड़ने का प्रोसेस बन रहा है |
इस दौरान भाजपा के जिला अध्यक्ष विवेकानंद मिश्र, जिला पंचायत अध्यक्ष संजय चौधरी, ह्ररैया के भाजपा विधायक अजय सिंह, जिलाधिकारी रवीश गुप्ता, पुलिस अधीक्षक अभिनंदन, अपर जिलाधिकारी तेज पाल सिंह चौहान, अपर पुलिस अधीक्षक ओमप्रकाश सिंह भी मौजूद रहे
निष्कर्ष
बीते 8 वर्षों में उत्तर प्रदेश ने ‘शून्य से शिखर’ तक की यात्रा की है। अब यह राज्य केवल एक भौगोलिक इकाई नहीं, बल्कि ‘नए भारत के नए उत्तर प्रदेश’ के रूप में उभर रहा है। आज उत्तर प्रदेश सुरक्षा, सुशासन, समृद्धि और सनातन संस्कृति का केंद्र बन गया है।
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