
पुलिस की सुरक्षा में हुई शादी: रायपुररानी में दूल्हे की बग्गी को मिली ‘वीआईपी एस्कॉर्ट’, घोड़ी चढ़ने पर मचा बवाल
रायपुररानी (पंचकूला), 7 अप्रैल 2025:
गांव मौली में रविवार को एक अनोखी शादी हुई, जहां दूल्हे की बग्गी के आगे-पीछे पुलिस की गाड़ियां चल रही थीं और चारों तरफ जवानों की सुरक्षा तैनात थी। ये कोई वीआईपी शादी नहीं थी, बल्कि एक जातीय विवाद की चिंगारी पर पुलिस प्रशासन की चौकसी की मिसाल थी।
दरअसल, यह शादी सामान्य नहीं थी—बल्कि पुलिस की मौजूदगी में, हल्के बल प्रयोग के बीच, करीब 300 पुलिसकर्मियों की तैनाती के साथ संपन्न कराई गई। वजह थी गांव मौली में क्षत्रिय समुदाय के कुछ युवाओं का विरोध, जो एक अन्य जाति के दूल्हे को घोड़ी चढ़कर गांव में बारात लाने से रोकना चाहते थे।
दूल्हा पहुंचा ‘पुलिस एस्कॉर्ट’ में, विरोध हुआ तो बरस गई लाठियां
जैसे ही दूल्हा शहजादपुर से बारात लेकर गांव मीली पहुंचा, तो रास्ते में मौजूद युवकों ने उसे घोड़ी से नीचे उतारने की कोशिश की। पुलिस को पहले से इनपुट थे, लिहाजा चार गाड़ियों के काफिले के साथ बग्गी को गांव तक एस्कॉर्ट किया गया। बारात दोपहर 1 बजे गांव में पहुंची, लेकिन माहौल तनावपूर्ण रहा।
विरोध कर रहे युवकों ने दूल्हे की बग्गी को देखकर शोर मचाना शुरू कर दिया और पुलिसकर्मियों से धक्का-मुक्की तक कर डाली। हालात बिगड़ते देख पुलिस ने हल्का बल प्रयोग किया और मौके पर तैनात जवानों ने भीड़ को तितर-बितर कर दिया।
शादी संपन्न, माहौल शांत – पुलिस ने निभाया कर्तव्य
पूरी शादी पुलिस निगरानी में हुई। जब तक फेरे नहीं हो गए, तब तक दूल्हा पुलिस घेरे में ही रहा। शादी की रस्में पूरी होते ही शाम 6 बजे पुलिस ने दुल्हन को लेकर दूल्हे को सुरक्षित गांव से रवाना किया। पुलिस की सख्ती के चलते गांव में कोई अप्रिय घटना नहीं हुई।
एसएचओ सोमवीर ढाका ने बताया:
“घुड़सवारी को लेकर गांव में विरोध था, लेकिन हमने दोनों पक्षों से बातचीत की थी। बावजूद इसके तनाव बना रहा, इसलिए सुरक्षा पुख्ता की गई थी। हमारी कोशिश थी कि विवाह शांतिपूर्ण माहौल में हो और वह सफल रही।”
डीसी हिमाद्री कौशिक की निगरानी में चला ऑपरेशन विवाह सुरक्षा
पुलिस उपायुक्त हिमाद्री कौशिक ने पहले से ही इस मसले को गंभीरता से लेते हुए सुरक्षा निर्देश जारी किए थे। सोशल मीडिया और मोबाइल कैमरों से दोनों पक्षों के युवक पूरी घटना रिकॉर्ड कर रहे थे, जिससे माहौल और भी संवेदनशील हो गया था।
निष्कर्ष:
रायपुररानी के गांव मौली में यह विवाह जातीय तनाव की पृष्ठभूमि में हुआ, लेकिन पुलिस की सतर्कता और दृढ़ता ने एक बड़े टकराव को टाल दिया। दूल्हा-दुल्हन अब साथ हैं, और गांव में स्थिति सामान्य बनी हुई है।
NGV PRAKASH NEWS
