
बीजेपी विधायक मुनिरत्ना पर सामूहिक बलात्कार, चेहरे पर पेशाब और जानलेवा इंजेक्शन देने का सनसनीखेज आरोप
— रिपोर्ट: NGV PRAKASH NEWS
कर्नाटक की राजनीति उस वक्त हिलकर रह गई जब एक चौंकाने वाला मामला सामने आया। बीजेपी विधायक मुनिरत्ना और उनके साथियों पर एक महिला ने सामूहिक बलात्कार, चेहरे पर पेशाब करने और जानलेवा वायरस का इंजेक्शन लगाने जैसे गंभीर आरोप लगाए हैं। यह मामला न केवल मानवीयता को झकझोरने वाला है, बल्कि देश की राजनीति में नैतिकता और सत्ता के दुरुपयोग पर भी गंभीर सवाल खड़े करता है।
क्या है पूरा मामला?
40 वर्षीय पीड़ित महिला, जो स्वयं को भाजपा कार्यकर्ता बताती है, ने आरएमसी यार्ड पुलिस स्टेशन में दर्ज एफआईआर में बताया कि 11 जून 2023 को मथिकेरे स्थित विधायक कार्यालय में यह घटना घटी। महिला के मुताबिक, उसे उसके साथी कार से विधायक कार्यालय ले गए, जहां मुनिरत्ना ने अपने दो साथियों के साथ मिलकर न सिर्फ उसके कपड़े जबरन उतारे, बल्कि उसके बेटे को जान से मारने की धमकी देकर सामूहिक बलात्कार कराया।
हदें पार करती है यह क्रूरता
एफआईआर में महिला ने जो आरोप लगाए हैं, वे किसी थ्रिलर या डिस्टोपियन फिल्म की पटकथा जैसे लगते हैं। उसके अनुसार, विधायक ने खुद उसके चेहरे पर पेशाब किया। इसके बाद एक अज्ञात व्यक्ति ने कमरे में प्रवेश कर एक सफेद डिब्बा विधायक को थमाया, जिससे एक सिरिंज निकाल कर महिला को इंजेक्शन लगाया गया। बाद में जब महिला को अस्पताल में भर्ती कराया गया, तो उसमें एक लाइलाज वायरस का पता चला। पीड़िता को शक है कि वायरस इसी इंजेक्शन के ज़रिए दिया गया।
राजनीतिक दबाव और धमकी का जाल
शिकायत में महिला ने यह भी कहा कि इस घटना से पहले मुनिरत्ना ने पीन्या और आरएमसी यार्ड थानों में उसके खिलाफ झूठे मामले दर्ज कराए, जिससे वह जेल गई। रिहाई के बाद विधायक के लोगों ने उससे संपर्क किया और पुराने मामले हटवाने का झांसा देकर उसे कार्यालय बुलाया, जहां यह जघन्य अपराध हुआ।
पुलिस ने दर्ज की एफआईआर, कई धाराएं लगाई गईं
पुलिस ने भाजपा विधायक मुनिरत्ना सहित चार आरोपियों के खिलाफ भारतीय दंड संहिता की कई गंभीर धाराओं के तहत मुकदमा दर्ज किया है, जिनमें धारा 376D (सामूहिक बलात्कार), 270 (संक्रामक बीमारी फैलाने की आशंका वाला कृत्य), 506 (आपराधिक धमकी), 509 (शील भंग करना), और अन्य धाराएं शामिल हैं। अभी तक विधायक की ओर से कोई बयान सामने नहीं आया है।
राजनीतिक सन्नाटा और नैतिकता का सवाल
इतना बड़ा मामला सामने आने के बावजूद अभी तक भाजपा नेतृत्व की ओर से कोई आधिकारिक प्रतिक्रिया नहीं दी गई है। क्या सत्ता में बैठे लोग इन गंभीर आरोपों की निष्पक्ष जांच करवाएंगे या इसे दबाने की कोशिश होगी? क्या पीड़िता को न्याय मिलेगा, या ये मामला भी एक और आंकड़ा बनकर रह जाएगा?
NGV PRAKASH NEWS
