जी. पी. दुबे
32 साल बाद पकड़ा गया वॉन्टेड अपराधी, साधु का भेष धरकर दे रहा था पुलिस को चकमा
बरेली 21 दिसंबर 24.
क्राइम करने के बाद बचने के लिए लोग अलग-अलग तरीका अपनाते हैं, कुछ लोग साधु का भेष धारण कर किसी मंदिर या किसी जगह पर अपना डेरा जमा लेते हैं और जनता उन्हें सिद्ध महात्मा समझकर उन्हें अपने सर आंखों पर बैठा लेती है | ऐसा ही एक मामला सामने आया है जहां एक क्रिमिनल साधु बनकर 32 सालों से पुलिस को चकमा देता रहा | यही नहीं उसकी इतनी प्रसिद्धि हो गई थी कि लोग दूर-दूर से उसके पास पूजा पाठ करवाने आया करते थे |
बरेली के जलालाबाद में 32 साल से फरार चल रहे एक वॉन्टेड अपराधी को आखिरकार पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया। इस आरोपी ने पुलिस को चकमा देने के लिए साधु का भेष धर लिया था और इसी रूप में वर्षों से रह रहा था।
पुलिस के मुताबिक, 1992 में आरोपी रामाधार उर्फ धरुआ कजंड ने लूट की एक बड़ी वारदात को अंजाम दिया था। इसके बाद से वह लगातार फरार था। पुलिस ने उसे पकड़ने के लिए कई बार अभियान चलाए, लेकिन वह हर बार बच निकलता था।
पुलिस जांच में खुलासा हुआ कि आरोपी ने फरारी के दौरान साधु का भेष धर लिया और लोगों को अपने भक्त बना लिया। वह बाबा बनकर न केवल अपनी पहचान छुपा रहा था, बल्कि लोगों के बीच आस्था का प्रतीक बन गया था।
हाल ही में पुलिस को गुप्त सूचना मिली कि यह बाबा असल में 32 साल से फरार वॉन्टेड अपराधी है। इसके बाद एसपी ग्रामीण के निर्देशन में टीम ने आरोपी को उसके आश्रम से गिरफ्तार कर लिया।
पुलिस अधीक्षक के आदेश पर अपराधियों के खिलाफ चलाए जा रहे विशेष अभियान के तहत इस सफलता को हासिल किया गया। पुलिस अधिकारियों ने बताया कि आरोपी की गिरफ्तारी के बाद पूछताछ जारी है और उसके पुराने आपराधिक रिकॉर्ड की भी जांच की जा रही है।
पुलिस का कहना है कि आरोपी ने साधु के वेश में समाज को धोखा दिया और इतने सालों तक कानून से बचता रहा। लेकिन कानून के लंबे हाथों ने आखिरकार उसे पकड़ ही लिया।
पुलिस ने आरोपी को कोर्ट में पेश किया, जहां से उसे न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया है। मामले की गहराई से जांच की जा रही है ताकि आरोपी के सहयोगियों और अन्य अपराधों का भी पता लगाया जा सके।
NGV PRAKASH NEWS