
बस्ती: होली जुलूस का मुस्लिम समाज ने किया स्वागत, पेश की सांप्रदायिक सौहार्द की मिसाल
बस्ती, 14 मार्च 2025 – होली के पावन अवसर पर जनपद बस्ती के पुरानी बस्ती थाना क्षेत्र में निकले जुलूस का मुस्लिम समाज के लोगों ने हार्दिक स्वागत कर गंगा-जमुनी तहजीब की अनूठी मिसाल पेश की। मंगल बाजार क्षेत्र में मुस्लिम संप्रदाय के लोगों ने जुलूस में शामिल श्रद्धालुओं को माला पहनाकर अभिनंदन किया और सौहार्दपूर्ण वातावरण में भाईचारे का संदेश दिया।
बस्ती में कायम है सांप्रदायिक सौहार्द की परंपरा
जनपद बस्ती में हमेशा से ही सांप्रदायिक सौहार्द और भाईचारे की परंपरा रही है। होली हो या ईद, दीपावली हो या मोहर्रम, हर पर्व पर दोनों समुदायों के लोग एक-दूसरे का सम्मान करते आए हैं। इस बार भी होली जुलूस के दौरान मुस्लिम समाज के लोगों ने जिस तरह से स्वागत किया, उसने इस परंपरा को और मजबूत किया।
फूल-मालाओं से हुआ अभिनंदन
मंगल बाजार क्षेत्र में जब होली का जुलूस पहुंचा, तो वहां पहले से मौजूद मुस्लिम समाज के लोगों ने श्रद्धालुओं को फूल-मालाएं पहनाई और गले मिलकर होली की शुभकामनाएं दीं। इस दौरान “हिंदू-मुस्लिम एकता जिंदाबाद” और “भाईचारा अमर रहे” जैसे नारे भी गूंजे।
प्रशासन भी रहा मौजूद
होली जुलूस के दौरान पुलिस और प्रशासनिक अधिकारी भी पूरी तरह सतर्क रहे। सुरक्षा के कड़े इंतजाम किए गए थे, लेकिन माहौल पूरी तरह शांतिपूर्ण और सौहार्दपूर्ण बना रहा। स्थानीय प्रशासन ने भी मुस्लिम समाज द्वारा किए गए इस स्वागत को सांप्रदायिक एकता की एक सकारात्मक पहल बताया।
थानाध्यक्ष पुरानी बस्ती महेश सिंह ने कहा कि बस्ती की जनता हमेशा सांप्रदायिक सौहाद्र की मिसाल पेश करती रही है |
सद्भाव और भाईचारे का संदेश
स्थानीय नागरिकों और बुजुर्गों ने कहा कि जनपद बस्ती का इतिहास हमेशा से सांप्रदायिक एकता, सौहार्द और भाईचारे की मिसाल पेश करता रहा है। हर पर्व पर दोनों समुदायों के लोग मिल-जुलकर उत्सव मनाते हैं, जिससे समाज में प्रेम और एकता की भावना बनी रहती है।
इस कार्यक्रम में शामिल स्थानीय लोगों ने भी मुस्लिम समाज के इस स्वागत की सराहना की और इसे पूरे देश के लिए एक उदाहरण बताया।
NGV PRAKASH NEWS
