
पहले दिया तीन तलाक, फिर निकाह कर किया..
नोएडा, 9 फरवरी 2025
नोएडा के जेवर में दहेज की मांग पूरी न होने पर एक विवाहिता को तीन तलाक देकर घर से निकाल दिया गया। समाज के लोगों के समझाने और दारूल उलूम देवबंद के फतवे के बाद दोबारा निकाह हुआ, लेकिन कुछ ही समय बाद फिर से दहेज की मांग और अत्याचार शुरू हो गया। परेशान होकर पीड़ित ने न्यायालय का दरवाजा खटखटाया, जिसके आदेश पर पुलिस ने आरोपियों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।
10 लाख रुपये देकर भी नहीं बची बेटियों की जिंदगी
जेवर के नगला जहानू निवासी यूनुस ने अपनी दो बेटियों शहनाज और महनाज का निकाह 2018 में हरियाणा के पुन्हाना लहरवाड़ी मेवात के रहने वाले जमशेद और मुबारिक से किया था। यूनुस ने दहेज में करीब 10 लाख रुपये नकद और सामान दिया था, लेकिन ससुराल वालों की कार की मांग खत्म नहीं हुई। जल्द ही दोनों बहनों को उनके पति जमशेद, मुबारिक, जेठ इरशाद और सिंगा द्वारा प्रताड़ित किया जाने लगा।
गर्भवती होने के बावजूद दोनों विवाहिताओं को दहेज के लिए परेशान किया गया और मारपीट कर घर से निकाल दिया गया। समाज के लोगों ने किसी तरह समझाकर उन्हें फिर से ससुराल भेजा, लेकिन जल्द ही अत्याचार फिर शुरू हो गया।
फतवे के बाद हुआ दोबारा निकाह, फिर दोहराया जुल्म
जब दहेज की मांग पूरी नहीं हुई तो महनाज के पति मुबारिक ने उसे तीन तलाक दे दिया। समाज के लोगों ने हस्तक्षेप किया और दारूल उलूम देवबंद के फतवे के बाद दोनों का फिर से निकाह कराया गया। लेकिन कुछ समय बाद आरोपियों ने फिर से मारपीट शुरू कर दी।
जेठ ने की अभद्रता, पति ने पत्नी को ही दोषी ठहराया
शहनाज का पति जमशेद पेशे से ड्राइवर है और अधिकतर समय बाहर रहता है। इस दौरान उसका जेठ इरशाद उस पर गंदी नजर रखने लगा और उससे अभद्रता की। जब शहनाज ने अपने पति को इसकी जानकारी दी तो उसने उल्टा पत्नी को ही पीट दिया और जेठ का समर्थन किया।
अब दोनों बहनें अपने पिता के घर पर रहने को मजबूर हैं। पीड़िता ने पुलिस में शिकायत की, लेकिन जब कोई कार्रवाई नहीं हुई तो न्यायालय में गुहार लगाई। कोर्ट के आदेश के बाद पुलिस ने दोनों पतियों, जेठ और अन्य ससुराल वालों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर लिया है और मामले की जांच कर रही है।
NGV PRAKASH NEWS

