
पिता की हत्या की खौफनाक साजिश: जब बेटा ही बन गया दुश्मन
बस्ती, 4 अप्रैल 2025
परिवार एक ऐसा बंधन होता है, जहाँ सुरक्षा और स्नेह की उम्मीद की जाती है। लेकिन जब यही बंधन स्वार्थ, लालच और नफरत की बली चढ़ जाए, तो एक दर्दनाक कहानी जन्म लेती है। बस्ती जिले के एक शांत गाँव में ऐसी ही एक दिल दहला देने वाली घटना घटी, जहाँ एक बेटे ने अपने ही पिता की हत्या की साजिश रच डाली।
साजिश का पर्दाफाश और गिरफ्तारी
रामसूरत चौधरी की हत्या की गुत्थी को सुलझाने के लिए थाना हरैया पुलिस, एसओजी टीम और स्वाट टीम ने संयुक्त अभियान चलाया। 4 अप्रैल 2025 को दोपहर 12:35 बजे लखनऊ जाने के रास्ते में ग्राम मरवट से आल्टो कार सहित तीनों अपराधियों—अमर चौधरी (23 वर्ष), जय प्रकाश चौधरी (35 वर्ष) और अनिल चौधरी (30 वर्ष)—को गिरफ्तार किया गया। पूछताछ में खुलासा हुआ कि अमर चौधरी ने संपत्ति विवाद के चलते अपने पिता की हत्या की साजिश रची थी। उसने हत्या के लिए जय प्रकाश और अनिल चौधरी को अपने साथ मिलाया और उन्हें एक लाख रुपये देने का वादा किया।
हत्या की खौफनाक योजना
2 अप्रैल 2025 को रामसूरत चौधरी अपनी मोटरसाइकिल से दवा लेकर लौट रहे थे। जैसे ही वे हर्रैया से हाईवे पर पहुंचे, अमर और अनिल ने बिना नंबर की पिकअप से पीछे से टक्कर मारकर उन्हें कुचल दिया, जिससे उनकी मौके पर ही मौत हो गई।
अपराधियों की गिरफ्तारी और सबूत
गिरफ्तारी के दौरान पुलिस ने हत्या में प्रयुक्त बिना नंबर की पिकअप और भागने के लिए इस्तेमाल की गई आल्टो कार बरामद की।
पुलिस टीम की सफलता
इस जघन्य अपराध का पर्दाफाश करने में थाना हरैया के प्रभारी निरीक्षक तहसीलदार सिंह, एसओजी प्रभारी चंद्रकांत पांडेय, स्वाट प्रभारी संतोष कुमार, सर्विलांस प्रभारी शशिकांत, उपनिरीक्षक रुदल बहादुर सिंह, कांस्टेबल योगेश यादव, पवन यादव, विश्वजीत विश्वकर्मा, दीपक यादव, हेड कांस्टेबल रमेश कुमार, पवन तिवारी, सुभेन्द्र तिवारी, किशन सिंह, अभिलाष प्रताप सिंह, सत्येंद्र, देवेश यादव, इरशाद खान, संतोष कुमार की अहम भूमिका रही।
गिरफ्तार अभियुक्तों को न्यायालय भेज दिया गया है और शेष अन्य अभियुक्तों की तलाश जारी है। यह घटना एक बार फिर साबित करती है कि जब लालच और नफरत इंसान पर हावी हो जाती है, तो वह अपनों के खून से भी हाथ रंगने से पीछे नहीं हटता।
NGV PRAKASH NEWS
