
जिले में दो-दो टोल प्लाजा, फिर भी सर्विस रोड की हालत बदहाल – जिम्मेदार आखिर कौन?
Gyan Prakash Dubey 97210 71175
NGV PRAKASH NEWS
बस्ती –
गोरखपुर-लखनऊ राष्ट्रीय राजमार्ग (NH-27-28) पर बस्ती जनपद में दो टोल प्लाजा – एक बड़ेबन और दूसरा हर्रैया के चौकड़ी पर स्थित है। इन टोल प्लाज़ाओं के माध्यम से नेशनल हाईवे अथॉरिटी ऑफ इंडिया (NHAI) हर महीने करोड़ों रुपए की वसूली करती है। बावजूद इसके, सर्विस रोड की हालत देख कर लगता है मानो यहां विकास की गाड़ी कभी आई ही नहीं।
फ्लाईओवर के नीचे और बगल के रास्तों पर चलना जान जोखिम में डालने जैसा
मेहदावल फ्लाईओवर के दोनों ओर की सर्विस रोड इतनी जर्जर है कि उस पर पैदल चलना भी मुश्किल हो गया है। सड़क की हालत ऐसी है कि बीमार व्यक्ति की तबीयत और बिगड़ सकती है, और सेहतमंद व्यक्ति की कमर तक जवाब दे सकती है।
रेलवे क्रॉसिंग फ्लाईओवर की सर्विस रोड बनी खतरे का सबब
NH-27 पर स्थित रेलवे क्रॉसिंग फ्लाईओवर के बगल की सर्विस रोड जो पुरानी बस्ती को जोड़ती है, वह बारिश में जलमग्न हो जाती है। पानी में छिपे गड्ढों के कारण बाइक, साइकिल और पैदल यात्रियों के लिए यह रास्ता “जल-परीक्षा” बन चुका है।
बड़ेबन पुलिस चौकी और ट्रैफिक ऑफिस फिर भी सर्विस मार्ग की सड़क भी बेहाल
टोल प्लाजा से महज 500 मीटर की दूरी पर स्थित बड़ेबन फ्लाईओवर के नीचे पुलिस चौकी और ट्रैफिक ऑफिस है, लेकिन सर्विस रोड की हालत ऐसी है कि अधिकारी और आम नागरिक एक ही गड्ढों से होकर गुजरते हैं – फर्क सिर्फ सवारी का है।
👉सर्विस रोड की बदहाली जिलेभर में फैली है
मूड़घाट से अमहट पुल तक: फ्लाईओवर के दोनों ओर की सड़कों की हालत बेहद खराब।
फुटहिया: यहां की सर्विस रोड ठीक है, लेकिन NH-27 के साथ चल रही सर्विस लेन पर बड़े रेन कट जानलेवा बन सकते हैं।
गोटवा और कप्तानगंज: फ्लाईओवर के दोनों तरफ बनी सर्विस रोड बारिश में कीचड़ और गड्ढों से भर जाती है।
महाराजगंज: अतिक्रमण और जलभराव से राहगीर बेहाल।
हर्रैया: तहसील और मुख्य बाजार को जोड़ने वाली सर्विस रोड पर गड्ढों और पानी से गुजरना मजबूरी है।
कहां है NHAI की नजर?
यह बात किसी से छिपी नहीं कि NHAI के अधिकारी और टोल संचालक ऊपर तक संपर्क रखते हैं। मंत्री और अफसर लग्जरी गाड़ियों से मुख्य सड़कों से गुजरते हैं, जिनके नीचे की सड़कें चमचमाती हैं – लेकिन बगल की सर्विस रोड पर चलता आम आदमी गड्ढों से जूझ रहा है।
प्रश्न वही पुराना है – जनता कब तक सहती रहेगी?
क्या करोड़ों की टोल वसूली का कोई हिसाब नहीं है? क्या सर्विस रोड NHAI की ज़िम्मेदारी में नहीं आती? या फिर आम जनता की तकलीफें अब प्राथमिकता की सूची में नहीं हैं?
NGV PRAKASH NEWS जनहित में यह सवाल उठाता है कि अगर टोल टैक्स देने के बाद भी सुविधा नहीं मिले, तो इसे लूट नहीं तो और क्या कहें?
