Gyan Prakash Dubey
दिल्ली ट्रिपल मर्डर: बेटे ने की माता-पिता और बहन की नृशंस हत्या
दिल्ली 4 दिसंबर 24.
दक्षिणी दिल्ली के देवली गांव में बुधवार सुबह सेवानिवृत्त सेना अधिकारी, उनकी पत्नी और बेटी की गला रेतकर हत्या कर दी गई। पुलिस ने 12 घंटे के भीतर इस मामले का खुलासा कर आरोपी को गिरफ्तार कर लिया। चौंकाने वाली बात यह है कि हत्या करने वाला कोई और नहीं, बल्कि मृतक का बेटा ही निकला।
👉वारदात की दिल दहला देने वाली कहानी
मूलरूप से हरियाणा के महेंद्रगढ़ के खेड़ी तलवाना गांव के निवासी 51 वर्षीय राजेश कुमार अपनी पत्नी कोमल (46), बेटी कविता (23) और बेटे अर्जुन के साथ देवली गांव में रहते थे। राजेश सेना से रिटायर्ड एनएसजी कमांडो थे और फिलहाल एक उद्योगपति के निजी सुरक्षा अधिकारी के रूप में कार्यरत थे।
बुधवार सुबह करीब 5 बजे, बेटा अर्जुन घर के बाहर से ताला लगाकर मॉर्निंग वॉक पर जाने की बात कहकर निकला। एक घंटे बाद जब वह लौटा तो ग्राउंड फ्लोर पर उसकी मां और बहन के शव बेड पर पड़े मिले। उसने तुरंत पड़ोस के जिम संचालक को सूचना दी, जिसके बाद जिम से लोग उसके घर पहुंचे। पहली मंजिल पर जाकर देखा गया तो वहां राजेश का शव पड़ा था। तीनों की हत्या गला रेतकर की गई थी।
👉आरोपी बेटा ही निकला हत्यारा
पुलिस जांच में यह खुलासा हुआ कि अर्जुन ने ही माता-पिता और बहन की हत्या की थी। हत्या के पीछे का कारण घरेलू तनाव था। अर्जुन का कहना है कि उसके पिता राजेश उसे अक्सर मारते-पीटते थे और वह इस दबाव से बाहर आकर अकेले रहना चाहता था।
👉फौजी चाकू से की हत्या
अर्जुन ने अपने पिता के सेना के समय के चाकू का इस्तेमाल कर इस जघन्य अपराध को अंजाम दिया। पुलिस के अनुसार, वह एक सप्ताह से हत्या की साजिश रच रहा था।
खास बातें
👉राजेश कुमार: रिटायर्ड एनएसजी कमांडो और वर्तमान में उद्योगपति के पीएसओ।
👉कविता: राष्ट्रीय स्तर की जूडो खिलाड़ी और सिविल सर्विस की तैयारी कर रही थीं।
👉अर्जुन: राष्ट्रीय स्तर का बॉक्सर।
शादी की वर्षगांठ: घटना के दिन ही राजेश और कोमल की शादी की 27वीं वर्षगांठ थी।
👉पुलिस की त्वरित कार्रवाई
घटना की सूचना मिलते ही वरिष्ठ पुलिस अधिकारी और फोरेंसिक टीम मौके पर पहुंची। पुलिस की तेजी से की गई जांच के बाद अर्जुन ने अपना जुर्म कबूल कर लिया।
👉पड़ोसियों में शोक और दहशत
यह नृशंस हत्याकांड देवली गांव में चर्चा का विषय बन गया है। मृतकों के पड़ोसी इस घटना से स्तब्ध हैं और परिवार के लिए शोक जता रहे हैं।
👉परिवार की पृष्ठभूमि
यह परिवार पिछले 30 वर्षों से देवली गांव में रह रहा था। राजेश और कोमल अपनी बेटी और बेटे की उपलब्धियों पर गर्व करते थे। परंतु घरेलू तनाव और अर्जुन की मानसिक स्थिति ने इस परिवार को बर्बाद कर दिया।