
बहन करती थी भाई से प्यार, लिव-इन में रही एक साल, फिर…
गाजीपुर सूटकेस मर्डर केस का चौंकाने वाला खुलासा
26 जनवरी को पूर्वी दिल्ली के गाजीपुर इलाके में गणतंत्र दिवस के दिन एक जले हुए सूटकेस में मिली लाश ने सनसनी फैला दी। पुलिस ने इस मामले को गंभीरता से लेते हुए तुरंत जांच शुरू की और एक विशेष टीम गठित की। 24 घंटे के भीतर इस हत्याकांड का पर्दाफाश हुआ, जिसने सभी को चौंका दिया।
सीसीटीवी फुटेज से सुराग
पुलिस के पास शुरुआत में केवल एक जला हुआ सूटकेस और लाश थी। डिप्टी कमिश्नर ऑफ पुलिस (डीसीपी) अभिषेक धनिया ने बताया कि सीसीटीवी फुटेज और सर्विलांस की मदद से इस मामले में अहम सुराग मिले। फुटेज में एक संदिग्ध हुंडई वर्ना कार को देखा गया, जो घटना के समय घटनास्थल के आसपास मौजूद थी।
कार का रजिस्ट्रेशन नंबर ट्रैक करने पर पता चला कि यह गाजियाबाद के लोनी इलाके के अमित तिवारी के पास थी। पुलिस ने अमित को ग्रेटर नोएडा से गिरफ्तार किया। पूछताछ में उसने खुलासा किया कि मृतका उसकी ममेरी बहन शिल्पा पांडे थी, जो पिछले एक साल से उसके साथ लिव-इन रिलेशनशिप में रह रही थी।
रिश्ते का दर्दनाक अंत
अमित ने बताया कि 22 वर्षीय शिल्पा उससे शादी करना चाहती थी, लेकिन वह रिश्ता खत्म करना चाहता था। 25 जनवरी की रात दोनों में झगड़ा हुआ, और नशे में धुत अमित ने शिल्पा का गला घोंटकर हत्या कर दी। शव को ठिकाने लगाने के लिए उसने अपने दोस्त अनुज कुमार की मदद ली।
जघन्य अपराध की साजिश
शव को सूटकेस में पैक करने के बाद दोनों ने गाजीपुर के सुनसान इलाके में जाकर उसे जला दिया। जांच में पता चला कि हत्या के बाद अमित ने पास के पेट्रोल पंप से डीजल खरीदा था।
परिवार और न्यायिक कार्रवाई
शिल्पा के माता-पिता सूरत में रहते थे |
पुलिस ने आरोपी अमित को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया |
