
RO का पानी: सेहत के लिए वरदान या अभिशाप?
आजकल एक फैशन बन चुका है RO का पानी
शहरों में आजकल RO (Reverse Osmosis) का पानी पीना एक आम बात हो गई है। लोग इसे सबसे शुद्ध और सुरक्षित मानते हैं, लेकिन क्या आपने कभी सोचा है कि यह पानी वास्तव में कितना फायदेमंद या नुकसानदायक है? RO का पानी पीना अब सिर्फ जरूरत नहीं, बल्कि एक फैशन भी बन गया है। लेकिन हाल के शोध और विशेषज्ञों की राय इस बात की ओर इशारा करती है कि लगातार RO का पानी पीने से हमारी सेहत पर गंभीर असर पड़ सकता है।
RO पानी: शुद्धता के नाम पर पोषण की हानि
RO सिस्टम पानी को साफ करने के लिए टीडीएस (Total Dissolved Solids) को कम करता है। हालांकि, यह प्रक्रिया न केवल हानिकारक तत्वों को हटाती है, बल्कि पानी में मौजूद आवश्यक खनिजों को भी खत्म कर देती है। यही कारण है कि लगातार RO का पानी पीने से शरीर को महत्वपूर्ण पोषक तत्व नहीं मिल पाते, जिससे कई स्वास्थ्य समस्याएं उत्पन्न हो सकती हैं।
RO पानी से होने वाले संभावित नुकसान
1. शरीर में जरूरी खनिजों की कमी
RO का पानी कैल्शियम, मैग्नीशियम और पोटैशियम जैसे महत्वपूर्ण खनिजों को हटा देता है। ये खनिज हड्डियों की मजबूती, मांसपेशियों की कार्यक्षमता और तंत्रिका तंत्र के संतुलन के लिए आवश्यक होते हैं। खनिजों की कमी से हड्डियों की कमजोरी, जोड़ों का दर्द और थकान जैसी समस्याएं हो सकती हैं।
2. हृदय रोगों का खतरा
WHO (वर्ल्ड हेल्थ ऑर्गनाइजेशन) की एक रिपोर्ट के अनुसार, लंबे समय तक कम खनिजों वाला पानी पीने से दिल की बीमारियों का खतरा बढ़ सकता है। RO का पानी हार्ट अटैक, ब्लड प्रेशर असंतुलन और पल्स रेट में गड़बड़ी का कारण बन सकता है।
3. खून की कमी और एनीमिया
RO के पानी से लौह तत्व (Iron) की मात्रा भी घट जाती है, जिससे हीमोग्लोबिन का स्तर कम होने लगता है। इसका नतीजा एनीमिया, कमजोरी, थकान और चक्कर आने के रूप में दिखता है।
4. विटामिन बी12 की कमी
RO का पानी विटामिन B12 के अवशोषण को भी प्रभावित कर सकता है। विटामिन B12 शरीर में रेड ब्लड सेल्स बनाने और नर्वस सिस्टम को स्वस्थ रखने के लिए जरूरी होता है। इसकी कमी से मेमोरी लॉस, मानसिक तनाव और डिप्रेशन जैसी समस्याएं हो सकती हैं।
5. ब्लड प्रेशर असंतुलन
RO से फ़िल्टर किया गया पानी इलेक्ट्रोलाइट संतुलन को बिगाड़ सकता है। यह हाई ब्लड प्रेशर और लो ब्लड प्रेशर दोनों की समस्या को जन्म दे सकता है। इससे सिरदर्द, चक्कर और थकान जैसी परेशानियां हो सकती हैं।
6. गर्भवती महिलाओं और बच्चों के लिए हानिकारक
गर्भावस्था के दौरान मां और बच्चे दोनों को पर्याप्त पोषण की जरूरत होती है। लेकिन RO का पानी आवश्यक खनिजों से रहित होता है, जिससे गर्भस्थ शिशु के विकास पर नकारात्मक असर पड़ सकता है। यही कारण है कि डॉक्टर गर्भवती महिलाओं को उबला हुआ या प्राकृतिक खनिजयुक्त पानी पीने की सलाह देते हैं।
RO के पानी से बचाव के उपाय
अगर आपके घर में RO सिस्टम लगा हुआ है, तो कुछ सावधानियां बरतना बेहद जरूरी है—
- RO फिल्टर के बाद मिनरल कार्ट्रिज लगाएं – इससे पानी में जरूरी खनिजों की मात्रा बनी रहती है।
- पानी को उबालकर पिएं – उबला हुआ पानी हानिकारक बैक्टीरिया और वायरस को खत्म करता है, साथ ही खनिजों की मात्रा को भी बचाए रखता है।
- किसी दूसरे विकल्प पर विचार करें – अगर आपके इलाके में पानी की गुणवत्ता अच्छी है, तो RO के बजाय यूवी फिल्टर या अन्य प्राकृतिक शुद्धिकरण विधियों का उपयोग करें।
- संतुलित आहार लें – अगर RO पानी पीना आपकी मजबूरी है, तो अपने भोजन में दूध, हरी सब्जियां और मिनरल युक्त खाद्य पदार्थ शामिल करें ताकि शरीर को आवश्यक पोषक तत्व मिलते रहें।
क्या कहता है WHO?
WHO ने भी RO के अत्यधिक उपयोग को लेकर चेतावनी दी है। रिपोर्ट के मुताबिक, लगातार RO का पानी पीने से शरीर में खनिजों की कमी हो सकती है, जिससे कई बीमारियां जन्म ले सकती हैं। यही कारण है कि कई डॉक्टर RO पानी के बाद खनिजों को पुनः जोड़ने या पानी को उबालकर पीने की सलाह देते हैं।
निष्कर्ष: क्या RO पानी से बचा जा सकता है?
RO पानी पूरी तरह से हानिकारक नहीं है, लेकिन अगर इसका अधिक समय तक लगातार उपयोग किया जाए, तो यह स्वास्थ्य के लिए खतरा बन सकता है। इसलिए जरूरी है कि हम बेहतर विकल्पों पर विचार करें और अगर RO का उपयोग कर रहे हैं, तो यह सुनिश्चित करें कि पानी में आवश्यक खनिजों की पूर्ति हो रही हो।
तो अगली बार जब आप RO का पानी पिएं, तो यह जरूर सोचें—क्या यह वाकई सेहत के लिए फायदेमंद है?
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