
12500 साल बाद लौटा डायर वुल्फ: विज्ञान ने किया असंभव को संभव!
दुनिया भर में चर्चा का विषय बना है ‘डायर वुल्फ’, वह खतरनाक भेड़िया जो कभी Game of Thrones में नज़र आया था। यह भेड़िया प्रजाति 12,500 साल पहले विलुप्त हो चुकी थी, लेकिन अब उसे वैज्ञानिकों ने वापस जीवित कर दिया है। हां, आपने सही सुना—वैज्ञानिकों ने अब इस भयंकर प्रजाति को फिर से इस धरती पर जीवित किया है, और यह कदम मानवता के लिए एक ऐतिहासिक सफलता बन गया है।
कैसे हुआ यह चमत्कार?
‘डायर वुल्फ’ को ज़िंदा करने के लिए वैज्ञानिकों ने प्राचीन डीएनए, क्लोनिंग और जीन एडिटिंग की अत्याधुनिक तकनीकों का इस्तेमाल किया। इस अद्वितीय प्रयास में अमेरिका की टेक्सस स्थित बायोटेक्नोलॉजी कंपनी Colossal Biosciences ने प्रमुख भूमिका निभाई। उनका दावा है कि उन्होंने ग्रे वुल्फ के डीएनए और 13,000 से 72,000 साल पुराने डायर वुल्फ के डीएनए को मिलाकर इस प्राचीन प्रजाति का पुनर्निर्माण किया। इस प्रक्रिया ने वैज्ञानिक जगत को एक नई दिशा दी है और इसे ‘गेम चेंजर’ के रूप में देखा जा रहा है।
रोमुलस और रेमस: डायर वुल्फ के नए पालतू
वैज्ञानिकों ने जो दो डायर वुल्फ पप्स तैयार किए हैं, उनके नाम ‘रोमुलस’ और ‘रेमस’ हैं। ये दोनों पप्स महज़ 6 महीने के हैं, लेकिन उनकी लंबाई 4 फीट है और वजन 36 किलोग्राम तक पहुंच चुका है। इतना ही नहीं, इन पप्स को बेहद सुरक्षा के साथ एक गुप्त स्थान पर रखा गया है, जहां उनके साथ कोई भी खतरा नहीं हो सकता। उनका रखरखाव करने वाले हैंडलर भी उनके पास जाने में घबराते हैं, क्योंकि यह प्रजाति किसी भी वक्त आक्रामक हो सकती है।
विलुप्त प्रजातियों को जिंदा करने की नई दिशा
यह सफलता केवल डायर वुल्फ तक ही सीमित नहीं है। वैज्ञानिक अब वूली मैमथ, डोडो और तस्मानियन टाइगर जैसी विलुप्त प्रजातियों को पुनर्जीवित करने की दिशा में काम कर रहे हैं। इस प्रकार के प्रयोगों ने भविष्य में जैविक विज्ञान के क्षेत्र में नए रास्ते खोले हैं और दुनिया के पर्यावरणीय और जैविक संतुलन पर गहरे असर डालने की संभावना पैदा की है।
सावधान! फिर से आ रहे हैं दानव
अगर आप सोच रहे हैं कि अब ये डायर वुल्फ हमें शांति से रहने देंगे, तो शायद आप गलत हैं। इस प्रजाति के जीवित होने से जहां एक ओर विज्ञान में नई राह खुली है, वहीं दूसरी ओर हमें अपने कदम बेहद सावधानी से रखने होंगे। इन दानवों के नज़दीक जाना खतरे से खाली नहीं है, और वैज्ञानिक भी यह समझते हैं कि इसके साथ बहुत बड़ी जिम्मेदारी जुड़ी हुई है।
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