
सहजन (Drumstick / Moringa) के फायदे और नुकसान – पूरी जानकारी
– NGV PRAKASH NEWS
सहजन, जिसे सहिजन, मुनगा या Drumstick भी कहा जाता है, एक अत्यंत पौष्टिक और औषधीय गुणों से भरपूर पौधा है। इसका वैज्ञानिक नाम Moringa oleifera है। सहजन की पत्तियाँ, फलियाँ, फूल, जड़ और बीज – सभी भाग उपयोगी माने जाते हैं। यह आयुर्वेद में हजारों सालों से इस्तेमाल किया जा रहा है।
सहजन के फायदे (Health Benefits of Moringa):
1. पौष्टिक तत्वों का भंडार
- सहजन में विटामिन A, C, E, B6, कैल्शियम, पोटैशियम, प्रोटीन और आयरन भरपूर मात्रा में होता है।
- इसमें दूध से ज्यादा कैल्शियम और गाजर से ज्यादा विटामिन A पाया जाता है।
2. इम्यूनिटी बूस्टर
- सहजन की पत्तियों में एंटीऑक्सीडेंट्स और एंटी-इंफ्लेमेटरी गुण होते हैं, जो रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाते हैं।
3. शुगर कंट्रोल करता है
- डायबिटीज के मरीजों के लिए सहजन का सेवन लाभदायक होता है। यह ब्लड शुगर लेवल को नियंत्रित करने में मदद करता है।
4. ब्लड प्रेशर नियंत्रित करता है
- इसमें पाए जाने वाले पॉलीफेनॉल्स और क्लोरोजेनिक एसिड रक्तचाप को संतुलित करने में सहायक होते हैं।
5. पाचन तंत्र को दुरुस्त करता है
- सहजन की पत्तियों में फाइबर होता है जो कब्ज, गैस और अपच से राहत देता है।
6. हड्डियों को मजबूत करता है
- इसमें मौजूद कैल्शियम और फॉस्फोरस हड्डियों को मजबूत बनाते हैं और ऑस्टियोपोरोसिस से बचाते हैं।
7. त्वचा और बालों के लिए फायदेमंद
- सहजन के तेल और पत्तियाँ त्वचा को चमकदार और बालों को मजबूत बनाते हैं। यह एंटी-एजिंग में भी मदद करता है।
8. कैंसर रोधी गुण
- रिसर्च के अनुसार, सहजन में कैंसर से लड़ने वाले तत्व पाए जाते हैं, जो कोशिकाओं को क्षतिग्रस्त होने से बचाते हैं।
9. गर्भवती महिलाओं के लिए फायदेमंद
- सहजन की पत्तियाँ गर्भावस्था में आयरन और कैल्शियम की आपूर्ति करती हैं, जिससे भ्रूण का विकास बेहतर होता है।
सहजन के नुकसान (Side Effects of Moringa):
हालांकि सहजन के अनेक फायदे हैं, परंतु अधिक मात्रा या गलत तरीके से सेवन करने पर इसके कुछ दुष्प्रभाव भी हो सकते हैं:
1. पेट संबंधी समस्याएँ
- अत्यधिक सेवन से दस्त, पेट में ऐंठन और गैस की शिकायत हो सकती है।
2. ब्लड प्रेशर गिर सकता है
- यदि आप पहले से लो बीपी के मरीज हैं, तो सहजन का सेवन डॉक्टर की सलाह से करें।
3. गर्भवती महिलाओं के लिए सावधानी
- सहजन की जड़ और छाल गर्भाशय संकुचन कर सकती है, जिससे गर्भपात का खतरा हो सकता है। इसलिए सिर्फ पत्तियाँ और फलियाँ ही लें, वो भी सीमित मात्रा में।
4. हार्मोनल असंतुलन
- ज्यादा मात्रा में सेवन करने से हार्मोनल असंतुलन हो सकता है, विशेष रूप से महिलाओं में।
5. दवाओं के साथ रिएक्शन
- यदि आप मधुमेह, थायरॉयड या रक्तचाप की दवाएं ले रहे हैं, तो सहजन दवाओं के असर को बढ़ा या घटा सकता है। ऐसे में डॉक्टर से परामर्श जरूरी है।
सहजन कैसे सेवन करें?
- पत्तियाँ – सब्ज़ी, सूप, या चाय के रूप में।
- फलियाँ (ड्रमस्टिक) – सांभर, करी या सब्ज़ी में पकाकर।
- पाउडर – गर्म पानी, दूध या स्मूदी में मिलाकर।
- तेल – त्वचा और बालों पर बाहरी उपयोग के लिए।
सहजन एक चमत्कारी पौधा है जो यदि संतुलित मात्रा में सही तरीके से लिया जाए, तो यह शरीर को अनेक रोगों से बचा सकता है और संपूर्ण स्वास्थ्य को बढ़ावा दे सकता है। लेकिन किसी भी हर्बल चीज की तरह, इसे अत्यधिक मात्रा में या बिना जानकारी के लेने से नुकसान भी हो सकता है।
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