
अपराध की दुनिया से बच्चों के लिए वापसी : ऑपरेशन लंगड़ा के खौफ में सुधरने पहुंचा 30 मुकदमों वाला अपराधी
मैनपुरी। उत्तर प्रदेश की योगी सरकार द्वारा अपराधियों के खिलाफ चलाए जा रहे ऑपरेशन लंगड़ा का असर अब जमीन पर दिखने लगा है। अपराध की दुनिया में नाम कमा चुके अपराधियों के मन में अब पुलिस का खौफ साफ झलक रहा है। गुरुवार को इसका जीवंत उदाहरण उस समय देखने को मिला जब 30 से अधिक लूट और संगीन वारदातों में वांछित एक अपराधी अपनी पत्नी और दो मासूम बच्चों के साथ मैनपुरी एसपी कार्यालय पहुंचा। वहां उसने एएसपी ग्रामीण राहुल मिठास के सामने बच्चों की खातिर अपराध का रास्ता छोड़ने की कसम खाई और नया जीवन शुरू करने की अपील की।
दलवीर सिंह ने मांगा सुधरने का मौका
कोतवाली क्षेत्र के नगला मूले निवासी दलवीर सिंह, जो अब तक अपराध की दुनिया में गहरे उतर चुका था, गुरुवार को अपने परिवार के साथ एसपी कार्यालय पहुंचा। उसने खुले दिल से स्वीकार किया कि उसके खिलाफ 30 से ज्यादा आपराधिक मुकदमे दर्ज हैं और वह दो साल पहले लूट के मामले में जेल भी जा चुका है। अभी तीन दिन पहले ही वह जमानत पर बाहर आया है। बार-बार जेल जाने से परिवार की स्थिति खराब हो गई है। अब वह अपनी पत्नी और बच्चों के बेहतर भविष्य के लिए अपराध छोड़ना चाहता है।
पत्नी चलाती है दुकान, बच्चों की परवरिश की चिंता
दलवीर सिंह ने बताया कि उसकी पत्नी एक छोटी सी दुकान चला रही है, जिससे बच्चों की परवरिश किसी तरह हो रही है। अब वह भी अपराध छोड़कर उसी दुकान के सहारे जीवन बिताना चाहता है और अपने बच्चों को अपराध से दूर रखना चाहता है। उसकी पत्नी ने भी एएसपी से भावुक अपील करते हुए कहा कि दलवीर को सुधरने का एक अवसर दिया जाए ताकि वह परिवार के लिए कुछ अच्छा कर सके।
पुलिस ने दिया भरोसा, मिलेगा सम्मान
एएसपी राहुल मिठास ने दलवीर सिंह की बातों को गंभीरता से सुना और कहा कि यदि वह सच में सुधरना चाहता है तो पुलिस उसकी हर संभव सहायता करेगी। उन्होंने स्पष्ट किया कि दलवीर को हर सप्ताह संबंधित कोतवाली में अपनी उपस्थिति दर्ज करानी होगी। यदि वह अगले एक साल तक किसी भी आपराधिक गतिविधि में संलिप्त नहीं पाया जाता है, तो पुलिस उसे सार्वजनिक रूप से सम्मानित करेगी और समाज की मुख्यधारा से जुड़ने में सहायता करेगी।
ऑपरेशन लंगड़ा का दिखने लगा असर
यह घटना इस बात की गवाही है कि ‘ऑपरेशन लंगड़ा’ जैसे अभियान केवल अपराधियों को पकड़ने तक सीमित नहीं हैं, बल्कि ये अपराधियों को सुधरने का मौका देने और उन्हें समाज में पुनः स्थापित करने की दिशा में भी एक सकारात्मक प्रयास हैं। अब यह देखना दिलचस्प होगा कि दलवीर सिंह जैसे अपराधी इस मौके का कैसे लाभ उठाते हैं और क्या वाकई अपने बच्चों के लिए वह एक नई शुरुआत कर पाएंगे।
NGV PRAKASH NEWS
