

📰 बस्ती रेलवे स्टेशन पर साइकिल-बाइक स्टैंड का आतंक — 2 मिनट में उठा ले जाते हैं वाहन, वसूली 200 से 1000 रुपये तक
बस्ती, 10 अक्टूबर 2025 | NGV PRAKASH NEWS
बस्ती जिले के रेलवे स्टेशन पर इन दिनों यात्रियों और उनके परिजनों का जीना मुश्किल हो गया है। स्टेशन परिसर में साइकिल-बाइक स्टैंड चलाने वाले कुछ दबंग किस्म के लोगों का आतंक इस हद तक बढ़ गया है कि कोई भी यात्री अपनी मोटरसाइकिल कुछ मिनट के लिए भी खड़ी करता है तो उसे उठाकर स्टैंड में खड़ा कर दिया जाता है, और फिर वाहन वापस देने के लिए मनमाने ढंग से वसूली की जाती है। रेलवे के स्पष्ट नियमों के बावजूद यहां खुलेआम अवैध वसूली और दबंगई का खेल चल रहा है।
10 मिनट तक चार्ज नहीं, फिर भी तुरंत उठा लेते हैं वाहन
रेलवे के नियमों के अनुसार स्टेशन परिसर में वाहन खड़ा करने पर 10 मिनट तक कोई शुल्क नहीं लिया जा सकता। यह प्रावधान यात्रियों की सुविधा के लिए बनाया गया है ताकि किसी को छोड़ने या लेने आने वाले परिजन बिना अतिरिक्त शुल्क के थोड़ी देर रुक सकें।
लेकिन बस्ती रेलवे स्टेशन पर यह नियम बिल्कुल नकारा साबित हो रहा है। जैसे ही कोई वाहन दो-तीन मिनट के लिए भी खड़ा होता है, साइकिल स्टैंड के कर्मचारी भंडा लगाकर मोटरसाइकिल उठा ले जाते हैं।
परिजनों को लौटने पर मिलता है झटका
कई मामलों में ऐसा देखा गया है कि यात्री के परिजन उन्हें छोड़कर जैसे ही लौटते हैं, उनकी मोटरसाइकिल गायब होती है। जब वे स्टैंड पर जाकर वाहन मांगते हैं तो 200 रुपये से लेकर 1000 रुपये तक की रकम वसूली की जाती है। विरोध करने पर स्टैंड कर्मी मारपीट और झगड़े पर उतर आते हैं। कई बार यात्रियों के साथ अभद्रता और धमकाने के मामले भी सामने आए हैं।
एक दिन में उठाई जाती हैं 100 से 200 मोटरसाइकिलें
स्थानीय लोगों के अनुसार स्टेशन पर प्रतिदिन लगभग 100 से 200 वाहनों को बिना अनुमति उठाकर स्टैंड में डाल दिया जाता है। इसके बाद मनमाना चार्ज वसूला जाता है। निर्धारित टिकट शुल्क से अधिक पैसे लेना यहां आम बात हो गई है। कई यात्रियों ने बताया कि बिना टिकट वाहन देने से इनकार कर दिया जाता है और नकद वसूली की जाती है।
वीडियो में कैद हुई दबंगई
कुछ यात्रियों ने इनकी करतूतों को मोबाइल में रिकॉर्ड किया है। वीडियो में साफ दिख रहा है कि किस तरह स्टैंड के कर्मचारी रेलवे परिसर में खड़ी मोटरसाइकिलों को जबरन उठा रहे हैं और यात्रियों से बदसलूकी कर रहे हैं। इसके बावजूद रेलवे प्रशासन की तरफ से अब तक कोई सख्त कार्रवाई नहीं की गई है।
रेलवे प्रशासन की चुप्पी पर सवाल
यह पूरा मामला रेलवे प्रशासन की लापरवाही को भी उजागर करता है। यात्रियों के मुताबिक कई बार शिकायतें की गईं, लेकिन कोई कार्रवाई नहीं हुई। मारपीट और झगड़े के डर से ज्यादातर लोग इन दबंग स्टैंडकर्मियों को पैसा देकर मामला निपटा लेते हैं।
नियम क्या कहते हैं?
रेल मंत्रालय के दिशानिर्देशों के अनुसार —
- 🚫 10 मिनट तक वाहन खड़ा करने पर कोई चार्ज नहीं लिया जा सकता।
- ✅ निर्धारित शुल्क केवल टिकट काटने के बाद ही वसूल किया जा सकता है।
- ❌ किसी वाहन को जबरन उठाना या बिना टिकट मनमाना शुल्क लेना पूरी तरह अवैध है।
- 👮 ऐसे मामलों में रेलवे को तुरंत कार्रवाई करते हुए ठेकेदार का लाइसेंस निरस्त करने और पुलिस को सूचना देने का प्रावधान है।
यात्रियों में आक्रोश, कार्रवाई की मांग
स्थानीय नागरिकों और यात्रियों में इस पूरे प्रकरण को लेकर गहरा आक्रोश है। उनका कहना है कि यदि प्रशासन ने समय रहते कार्रवाई नहीं की, तो आने वाले दिनों में यह दबंगई और बढ़ जाएगी।
📌 NGV PRAKASH NEWS
👉 (स्थान: बस्ती रेलवे स्टेशन, उत्तर प्रदेश)
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