
दिल्ली-मेरठ एक्सप्रेसवे पर बाइक और स्कूटी चालकों के लिए बड़ा अलर्ट! दर्ज होगी FIR
अगर आप दिल्ली-मेरठ एक्सप्रेसवे पर बाइक या स्कूटी से सफर करने की सोच रहे हैं, तो जरा सावधान हो जाइए! अब ऐसा करना आपको कानूनी पचड़े में डाल सकता है। प्रशासन ने सख्त रुख अपनाते हुए दोपहिया वाहनों के प्रवेश पर पूरी तरह रोक लगाने के निर्देश दिए हैं। अगर कोई नियम तोड़ता है, तो उसके खिलाफ एफआईआर दर्ज होगी।
गुरुवार को गाजियाबाद के अपर जिलाधिकारी (सिटी) की अध्यक्षता में सड़क सुरक्षा को लेकर मासिक समीक्षा बैठक हुई। इसमें मेरठ एक्सप्रेसवे और ईस्टर्न पेरिफेरल पर टू-व्हीलर्स की आवाजाही पर सख्ती से रोक लगाने का निर्णय लिया गया। अब से टोल बूथ से इन वाहनों का प्रवेश पूरी तरह बंद किया जाएगा।
ब्लैक स्पॉट्स और सुरक्षा इंतजामों पर जोर
बैठक में जिले के उन जगहों पर चर्चा हुई, जहां अक्सर दुर्घटनाएं होती हैं। मणिपाल हॉस्पिटल, सुंदरदीप कॉलेज, सद्भावना कट, कौशिक ढाबा और टोल उद्योग कुंज को ब्लैक स्पॉट घोषित किया गया है। नेशनल हाईवे अथॉरिटी ऑफ इंडिया (NHAI) को इन सुधार कार्यों में तेजी लाने के निर्देश दिए गए हैं।
NHAI ने जानकारी दी कि ब्लैक स्पॉट सुधारने के लिए ठेकेदार को 15 दिन पहले वर्क ऑर्डर जारी कर दिया गया है, और जल्द ही काम शुरू होगा। इसके अलावा, एक्सप्रेसवे पर ट्रैफिक को सुचारू बनाए रखने के लिए आईपीएम कट के पास दो अतिरिक्त लेन बनाने का आदेश भी दिया गया है।
क्यों उठाया गया यह कदम?
दिल्ली-मेरठ एक्सप्रेसवे पर टू-व्हीलर्स की आवाजाही पहले से ही प्रतिबंधित है, लेकिन इसके बावजूद कई लोग नियम तोड़ते हैं। तेज रफ्तार वाहनों के बीच दोपहिया वाहन दुर्घटनाओं का कारण बनते हैं। पहले भारी जुर्माने की व्यवस्था थी, लेकिन अब नियमों को और सख्त करते हुए एफआईआर दर्ज करने का फैसला लिया गया है।
गौरतलब है कि इस एक्सप्रेसवे पर अधिकतम स्पीड लिमिट 100 किमी प्रति घंटा है। ऐसे में टू-व्हीलर्स की मौजूदगी खतरनाक साबित हो सकती है। प्रशासन अब किसी भी तरह की लापरवाही बर्दाश्त नहीं करेगा। अगर आप इस एक्सप्रेसवे पर सफर करने जा रहे हैं, तो नियमों का पालन जरूर करें, वरना कानूनी कार्रवाई झेलनी पड़ सकती है।
NGV PRAKASH NEWS
