
गुजरात के उद्योगपति पुत्र अपहरण और हत्या केस में बड़ा खुलासा, अंडरवर्ल्ड डॉन बंटी पांडे गिरफ्तार
तारीख: 28 मार्च 2025
गुजरात के वापी में 2004 में हुए बहुचर्चित अपहरण और हत्या के मामले में सीआईडी क्राइम ने अंडरवर्ल्ड डॉन बंटी पांडे को गिरफ्तार कर लिया है। यह वही बंटी पांडे है, जो कभी कुख्यात गैंगस्टर छोटा राजन के लिए काम करता था, लेकिन बाद में उसने अपनी अलग गैंग बना ली। इस संगीन अपराध में बंटी पांडे के साथी भूपेंद्र वोरा और संजय सिंह ने मुख्य भूमिका निभाई थी।
कैसे हुआ था अपहरण और फिरौती की मांग?
वापी स्थित आइडियल ट्रेडिंग कंपनी के संचालक मुतूर अहमद कादिर खान के बेटे अबूबजर खान का 2004 में अपहरण कर लिया गया था। खान परिवार ट्रांसपोर्ट और नेटवर्किंग के कारोबार से जुड़ा था। अपहरण के बाद बंटी पांडे ने खुद फोन कर 5 करोड़ रुपये की फिरौती की मांग की थी।
खान परिवार ने अपने रिश्तेदारों के माध्यम से दुबई में 5 करोड़ रुपये चुकाए भी, लेकिन इसके बावजूद अपहरणकर्ताओं ने अबूबजर खान को रिहा नहीं किया। जब परिवार को संदेह हुआ, तो उन्होंने पुलिस से संपर्क किया। कुछ समय बाद महाराष्ट्र बॉर्डर के घोलवड इलाके में अपहृत युवक की लाश बरामद की गई, लेकिन उसका सिर गायब था। इस नृशंस हत्या से पूरे क्षेत्र में सनसनी फैल गई थी।
पुलिस जांच में क्या खुलासा हुआ?
सूरत क्राइम ब्रांच ने जांच के दौरान संजय उर्फ संजय सिंह उर्फ राहुल को गिरफ्तार किया। पूछताछ में खुलासा हुआ कि अबूबजर खान की हत्या महाराष्ट्र के असवाली डैम इलाके में गला रेतकर की गई थी। आगे की जांच में बंटी पांडे के प्रमुख सहयोगी भूपेंद्र वोरा, छोटू धोबी और विनोद की संलिप्तता भी सामने आई।
बंटी पांडे और उसके सहयोगियों को वांटेड घोषित कर दिया गया था। बंटी पांडे लंबे समय तक भारत से फरार रहा और अलग-अलग देशों में छिपता रहा। साल 2001 में उसने वियतनाम में आत्मसमर्पण कर दिया था, जिसके बाद सीबीआई उसे भारत लेकर आई और मुंबई पुलिस को सौंप दिया।
साधु के वेश में छिपा था डॉन, ऐसे चढ़ा पुलिस के हत्थे
बंटी पांडे वर्षों तक पुलिस से बचता रहा, लेकिन इस बार वह साधु के भेष में पकड़ा गया। देश के विभिन्न राज्यों में हत्या, अपहरण और फिरौती जैसे कई संगीन मामलों में बंटी पांडे को लंबे समय तक जेल में रखा गया। अबूबजर खान अपहरण और हत्याकांड की जांच सीआईडी क्राइम को सौंपी गई थी, जिसने उसे गिरफ्तार करने के लिए वारंट जारी किया था।
बंटी पांडे को नैनीताल की अल्मोड़ा जेल में रखा गया था, जहां से उसकी गिरफ्तारी के लिए सीआईडी क्राइम ने 10 साल पहले वारंट जारी किया था। इसके तहत उसे सूरत की लाजपुर सेंट्रल जेल में शिफ्ट किया गया, जहां से सीआईडी क्राइम ने उसे गिरफ्तार कर चार दिन की पुलिस रिमांड पर ले लिया है।
बंटी पांडे की गिरफ्तारी गुजरात और महाराष्ट्र पुलिस के लिए एक बड़ी सफलता मानी जा रही है। यह गिरफ्तारी कई पुराने मामलों की गुत्थी सुलझाने में मदद कर सकती है।
NGV PRAKASH NEWS
