
ललितपुर में दिल दहला देने वाली घटना: आठ साल के बच्चे ने सात साल के मासूम को बेरहमी से नोचा
ललितपुर, 3 अप्रैल 2025
ललितपुर जिले के जखौरा थाना क्षेत्र के एक गांव में एक दिल दहला देने वाली घटना सामने आई है। यहां आठ साल के एक बालक ने अपने पड़ोस में रहने वाले सात साल के मासूम के साथ वहशियाना हरकत की। उसने मासूम को निर्वस्त्र कर उसके निजी अंगों समेत शरीर के कई हिस्सों को दांतों से बेरहमी से काट डाला।
पोस्टमार्टम रिपोर्ट ने खोली वहशीपन की परतें
पोस्टमार्टम रिपोर्ट ने इस दर्दनाक घटना की भयावहता को उजागर किया है। रिपोर्ट के मुताबिक, मासूम के शरीर पर पांच स्थानों—हाथ, कंधे, पेट, कान और निजी अंगों पर गहरे दांतों के निशान पाए गए हैं। घटना के दौरान मासूम दर्द से तड़प रहा था, लेकिन आरोपी बालक ने उसकी कोई परवाह नहीं की। पुलिस ने मामले की गंभीरता को देखते हुए स्थानीय लोगों और पीड़ित परिवार से पूछताछ की।
परिजनों ने रंजिश से किया इनकार
पुलिस की पूछताछ में मृतक के परिजनों ने किसी भी तरह की रंजिश की संभावना से इनकार किया। मासूम के पिता ने बताया कि उनका बेटा दिव्यांग था और दोनों बच्चे एक साथ नहीं खेलते थे। ऐसे में इस घिनौनी हरकत के पीछे की वजह समझ से परे है। पुलिस भी इस बात से हैरान है कि आरोपी बालक ने मासूम के पूरे कपड़े क्यों उतार दिए।
पहले आरोपी ने दावा किया कि मासूम को बिल्ली ने नोचा था, लेकिन जब उस पर सख्ती की गई, तो उसने खुद दांतों से काटने की बात कबूल कर ली। इतना ही नहीं, खून अधिक बहने पर उसने मासूम के शरीर पर पानी डाला और फिर कमरे से चादर लाकर उसके ऊपर डाल दी। जब उसकी मां घर आई, तो वह मौके से भाग गया। स्थानीय लोगों ने बताया कि आरोपी बालक अक्सर आसपास के बच्चों के साथ मारपीट करता था।
इलाज में हुई देरी, मासूम ने तोड़ा दम
घटना के बाद मासूम दर्द से बिलबिला रहा था, लेकिन परिजनों ने उसे तुरंत अस्पताल ले जाने की बजाय आरोपी के परिवार से उलझने में समय बर्बाद कर दिया। प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार, आरोपी बालक के परिजन इलाज को लेकर बहस कर रहे थे, जबकि मासूम घायल अवस्था में तड़पता रहा।
गांव के लोगों के दखल के बाद ही आरोपी बालक के परिजन इलाज कराने को तैयार हुए। इसके बाद मासूम को अस्पताल ले जाया गया, लेकिन तब तक बहुत देर हो चुकी थी। अत्यधिक रक्तस्राव के कारण उसकी हालत बेहद नाजुक हो गई थी। डॉक्टरों ने उसे तुरंत झांसी मेडिकल कॉलेज रेफर कर दिया, लेकिन बुधवार सुबह मासूम ने दम तोड़ दिया।
घटना का विवरण: मां की आंखों के सामने बर्बरता
गांव की एक महिला ने बताया कि मंगलवार दोपहर करीब ढाई बजे वह मवेशियों को चारा देने गई थीं। उनका सात साल का बेटा घर के बाहर चारपाई पर सो रहा था। कुछ देर बाद जब वह लौटीं, तो उन्होंने पड़ोसी के आठ साल के बेटे को तेजी से घर से भागते देखा। अंदर से उनके बेटे की चीखने की आवाज आ रही थी। जब वह अंदर पहुंचीं, तो देखा कि उनका बेटा निर्वस्त्र खून से लथपथ पड़ा था। उसके शरीर पर जगह-जगह गहरे दांतों के निशान थे और निजी अंग रक्तरंजित थे।
मासूम की हालत गंभीर थी। मोहल्ले के लोग इकट्ठा हो गए और उसे तुरंत अस्पताल ले जाने का निर्णय लिया गया। पहले जखौरा अस्पताल, फिर वहां से झांसी मेडिकल कॉलेज ले जाया गया, लेकिन तड़के चार बजे मासूम ने अंतिम सांस ली।
पुलिस जांच में जुटी
सीओ सिटी अजय कुमार ने बताया कि पुलिस इस वीभत्स घटना की गहराई से जांच कर रही है। आरोपी बालक के परिजनों और अन्य लोगों से पूछताछ की जा रही है। घटना के पीछे के कारणों को जानने के लिए आरोपी के मानसिक स्वास्थ्य का भी परीक्षण किया जा सकता है।
NGV PRAKASH NEWS

